टोंक। जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान टोडारायसिंह-मालपुरा विधायक कन्हैया लाल चौधरी, जिला प्रमुख सरोज बंसल, जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, सीईओ देशल दान, निवाई प्रधान रामवतार गुर्जर, प्रधान मालपुरा सकराम चोपडा, पीपलू प्रधान रतनी चंदेल सहित मनोनीत सदस्य पूर्व नगर परिषद सभापति लक्ष्मी जैन, शिवजी राम प्रतिहार भी मौजूद रहे।
राजस्थान में राजनीतिक खींचतान के बीच भाजपा के नेता ही नहीं जनप्रतिनिधि भी अफसरशाही के सामने खुद को बेबस महसूस कर रहे हैं, हालात यह है कि कई बार में अपनी बेबसी जता चुके । टोंक सवाई माधोपुर से सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने आज टोंक में अधिकारियों की मीटिंग के दौरान यहां तक कहने को मजबूर हो गए कि अधिकारी ट्रांसफर कराने से डरते हैं और वह अब तक अधिकारियों को डराने में कामयाब नहीं रहे, टोंक के जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सांसद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अधिकारियों की बेपरवाही से परेशान सांसद ने जहां योजनाओं की समीक्षा के दौरान जमकर अधिकारियों को कोसा तो वही भाजपा से जुड़े नेताओं को राज्य सरकार के डर के चलते साइड लाइन करने का आरोप भी लगाया ।
सांसद ने अधिकारियों पर अपनी खींज उतारने का मौका भी मिला और एक-एक करके सभी विभागों में संचालित योजनाओं में अधिकारियों की लापरवाही पर उन्होंने जहां जमकर लताड़ लगाई वही योजनाओं के शिलान्यास में उनकी अनदेखी पर भी अपनी पीड़ा भी ज़ाहिर करते नजऱ आए, टोंक में केंद्र की योजनाओं मैं भी केंद्र के जनप्रतिनिधियों और भाजपा नेताओं से अधिकारियों की दूरी का मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और स्थानीय विधायक सचिन पायलट के डर से अधिकारी उन्हें शिलान्यास जैसे कार्यक्रमों से भी दूर रखते हैं जो बिल्कुल गलत है, उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने ट्रांसफर से डरते हैं और स्थानीय विधायक उनका ट्रांसफर करवाने में सक्षम है ।
और वह वर्तमान में ही नहीं भाजपा सरकार के समय भी अधिकारियों को डराने में कामयाब नहीं हो पाए थे, वही बनास नदी के गहलोद रपट पर बन रहे हाई लेवल ब्रिज में अधिकारियों की लापरवाही और बार-बार शिलान्यास के लिए कहने के बावजूद उनकी अनदेखी करने पर खरी खोटी सुनाई ।