Tonk news । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा के प्रभार वाले जिले के चिकित्सक स्वयं नो मास्क, नो एंट्री की अवहेलना कर रहे हैं। जबकि चिकित्सा मंत्री ने सोमवार को ही टोंक में नो मास्क नो एंट्री को लेकर जनआंदोलन की शुरुआत की थी। पीपलू क्षेत्र के सामुदायिक चिकित्सालय से एक मामला सामने आया हैं। जहां सीएचसी के कार्यवाहक प्रभारी डॉ. एनआर कुलदीप छुट्टी पर होने के बावजूद अस्पताल में पहुंचे तथा बिना मास्क टहलते नजर आए। इतना ही नहीं चिकित्सक के बिना मास्क होने पर मीडिया द्वारा उन्हें टोकना भी नागवार गुजरा तथा मीडियाकर्मी को मास्क पहने होने के बावजूद मास्क पहनने की नसीहत देते रहे तथा बार-बार टोकने से खफा होकर जमीन में गाडऩे की धमकी तक दे डाली। पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
यह था पूरा मामला
पीपलू कस्बे के सामुदायिक अस्पताल में चिकित्साकार्मिकों के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि वह कभी आपस में झगड़ते हैं तो कभी अस्पताल में आने वाले मरीजों से अभद्रता करते हैं। लगातार मिल रही शिकायतों पर जब मंगलवार को मीडियाकर्मी अस्पताल पहुंचे तो वहां अस्पताल खुलने के समय 9.00 बजे कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था। वहीं अस्पताल का आधा स्टॉफ भी नहीं पहुंचा था। इस मामले में जब मीडियाकर्मी ने सीएचसी कार्यवाहक प्रभारी को सूचना दी थी। सीएचसी प्रभारी को सूचना देने के बाद करीब 10 मिनट लेट चिकित्सक डॉ. योगेंद्र चौपड़ा अस्पताल पहुंचे तथा मीडियाकर्मी ने जब उन्हें कहा कि दो चिकित्सक छुट्टी पर हैं अभी तक केवल आप आए हैं वो भी लेट। तो उन्होंने मीडियाकर्मी से कहा वह बाहर निकले मुझे काम करने दें। इतना ही नहीं मंगलवार को अस्पताल में दवा काउंटर भी समय से करीब 45 मिनट बाद खुला।
मास्क नहीं लगाने की बात पर चिकित्सक को टोका तो मीडियाकर्मी से कहा जमीन में गाड दूंगा
मीडियाकर्मी के समस्त जानकारी से सीएमएचओ को अवगत कराने के कुछ देर बार छुट्टी पर होने के बावजूद सीएचसी के कार्यवाहक चिकित्सा प्रभारी डॉ. एनआर कुलदीप कोरोना प्रोटॉकाल की अवहेलना करते हुए बिना मास्क अस्पताल पहुंचे। जब मीडियाकर्मी ने उन्हें मास्क नहीं लगा होने की बात कही उन्होंने जमीन में गाडऩे की धमकी दे डाली।
बड़ा सवाल-जानकर भी अनजान बने हैं चिकित्सा विभाग
सीएचसी के कार्यवाहक प्रभारी डॉ. एनआर कुलदीप ने कहा कि पीपलू में यहां एक चिकित्सक 20 साल से अवैध प्रैक्टिस करता हैं। चिकित्सक खुद चिकित्सा विभाग पर आरोप लगाते नजर आए। चिकित्सा विभाग जानकर पर भी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहा हैं तथा मीडिया को आईना दिखाने की कोशिश करते रहे। कुल मिलाकर चिकित्सा विभाग की पोल भी चिकित्सक वीडियो में खोलते नजर आए।
पहले भी हो चुके हैं एपीओ
मई 2020 में नागौर जिले के खींवसर क्षेत्र के सबसे बड़े कस्बे कुचेरा के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती के दौरान भी एनआर कुलदीप का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व डेगाना के पूर्व विधायक रिछपालसिंह मिर्धा के मध्य हुए वार्तालाप का वायरल ऑडियो में चिकित्सक ने कुचेरा को कचरा कहा था। इसके बाद चिकित्सक को वहां के जनप्रतिनिधियों की मांग पर एपीओ किया गया था। सूत्रों के मुताबिक चिकित्सक एनआर कुलदीप सभी जगह इसी तरह जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों, आमजन, मरीजों से बदसलूकी करते आए हैं।
इनका कहना हैं
सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार यादव ने कहा कि पीपलू अस्पताल में चिकित्सकों के समय पर नहीं आने, दवा काउंटर के देरी से खुलने की शिकायत मिली हैं। साथ ही एक चिकित्सक स्वयं मास्क नहीं लगाने तथा पत्रकार द्वारा टोकने पर अभद्रता करने तथा बदतमीजी करने की शिकायत मिली हैं। निश्चित तौर पर पूरे मामले की जांच की जा रही हैं तथा लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सरकारी कर्मचारी का दायित्व हैं वह किसी भी जनप्रतिनिधि, पत्रकार, मरीज या अन्य व्यक्ति से अभद्रता नहीं कर सकता हैं।