Tonk News। जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा कि सभी उपखण्ड अधिकारी कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए सभी ब्लॉक में 5 ग्राम पंचायतों पर बनाई गई सेम्पलिंग कम सर्वे टीमों का निरीक्षण करें। राजस्व ग्रामों पर बनाए स्वास्थ्य मित्रों का सहयोग लें। उन्होंने सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों को कहा कि कोविड-19 के केस आने पर सेम्पल की प्रक्रिया को सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप पूरा करें,इसमें किसी भी प्रकार की उदासीनता न बरतें। सेम्पल कम लिए जाने पर कोविड-19 का खतरा ज्यादा रहेगा। जिला कलेक्टर ने गुरूवार को भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक में एसडीओ एवं बीसीएमएचओ को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर ने कहा कि उपखण्ड अधिकारी समय-समय पर सीएचसी का निरीक्षण करेंष्एवं चिकित्सा उपकरणों की क्रियाशीलता, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच व दवा योजना की सही ढ़ंग से क्रियान्विती की जांच करें। एएनसी रजिस्टेªशन में मालपुरा व निवाई की प्रगति कम होने पर स्थिति में सुधार करने पर जोर दिया। उन्होंने सभी बीसीएमएचओ से कहा कि सीएचसी एवं पीएचसी के विकास एवं चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए जिला मुख्यालय पर डिमांड प्रस्ताव भेजे ताकि चिकित्सा व्यवस्थाओं को बेहतर किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अशोक कुमार यादव राष्ट्रीय गैर संचारी बीामरी नियन्त्रण कार्यक्रम (उक्त रक्तचाप,मधुमेह,कैंसर ह्रद्य रोग,पक्षाघात) आदि को लेकर किए जा रहे सर्वे में गुणवत्ता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीसीएमएचओ को फील्ड मंे जाकर आशा,एएनएम के कार्यो की मॉनिटरिंग करें।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम को लेकर शिवशिक्षा समिति के प्रतिनिधि सीताराम शर्मा ने शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा विभाग से सहयोग की बात कही। सेव द चिल्ड्रन के प्रतिनिधि ने 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में निमोनिया के खतरों से बचाव को लेकर टोंक शहरी क्षेत्र में चलाए जा रहे कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी।