Tonk/ वज़ाहत अख़्तर। कोरोना को लेकर देश भर में हाहाकार मचा हुआ है, कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकारें ओर ज़िला प्रशासन आम जनता से कोविड 19 की गाइडलाइंस की पालना की अपील कर रहा है तो वही इसकी पालना को लेकर अब जमकर सख्ती भी बरती जा रही है।
लेकिन अब बड़ा सवाल कोरोना के टीकाकरण को लेकर खड़ा हो गया है। दो ग़ज़ की दूरी ओर फेस मास्क से लोग खुद को कोरोना से बचाने की जुगत भी कर रहे है तो अधिकाँश राज्यों में वेक्सिनेशन का तीसरा चरण भी शुरू हो गया है।
लेकिन राजास्थान के टोंक जिले से कोरोना के टीकाकरण से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली ख़बर आ रही है। नवाबी नगरी टोंक में कोरोना टीकाकरण की डोज़ सिर्फ 10 अप्रैल तक के टीकाकरण के लिए शेष बची है।
जानकार सूत्रों की माने तो टोंक जिले में कोरोना के करीबन 8 से 9 हज़ार टिके प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं। ऐसे में अप्रैल के बाद टोंक चिकित्सा महकमे के पास केवल 9 से 10 हज़ार कोरोना के टीके की डोज़ शेष बची है।
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अब चिकित्सा महकमे के पास सिर्फ 10 अप्रैल के टीकाकरण तक कि डोज़ शेष है। अब तक चले टीकाकरण अभियान के तहत टोंक जिले में 45 वर्ष की निर्धारित आयु के ककरीब 1 लाख 4 हज़ार लोग टीकाकरण का लाभ ले चुके है।
चिकित्सा महकमे से जुड़े सूत्रों की मानें तो आज से कुछ दिन पहले ही चिकित्सा महकमा ज़िम्मेदार विभाग को ज़िले के लिए करीब 50 हज़ार टिके भेजे जाने की मांग कर चुका है। लेकिन अब तक मांग को लेकर विभाग को खास जवाब नही मिल सका है।
ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होना लाज़मी है कि यदि टोंक जिले को डिमांड के अनुसार टिके की डोज़ नही मिली तो जल्द कोरोना टीकाकरण अभियान को रोकना भी पड़ सकता है।
लेकिन इस सब के बीच उम्मीद यह भी की जा रही है कि जल्द टोंक को अपने हिस्से की डोज़ मिल जाएंगी और कोरोना टीकाकरण अभियान अपनी रफ्तार के साथ चलता रहेगा।