देवली( विनोद धर्माणी )यू तो खुदा की इबादत और सजदे में लाखों सर झुकते हैं एवं अपनी मन्नत अदायगी की दुआ मांगते हैं ,लेकिन देवली शहर के 5 वर्ष केअल्तमश आलम s/o अल्ताफ हुसैन निवासी एजेंसी एरिया देवली ने पवित्र रमजान के महीने में 5 वर्ष की आयु में पहला पहला रोजा
रख कोरोना की इस महामारी के चलते हुए देश में प्रदेश को इस घातक बीमारी से छुटकारा पाने के लिए रोजा रखा , नगरपालिका देवली में कार्यरत होकर पिता अल्ताफ मुस्लिम समुदाय के होते हुए भी श्मशान में कोविड से अपनी जान गवा चुके।
मृतकों को अपने हाथों से अग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार भी कर रहे हैं एवं शहर की बाजारों के साथ गलियों में घूमकर कोरोना की इस महामारी बचाव हेतु राज्य सरकार एवं प्रशासन की गाइडलाइन अनुसार अपनी सेवा के रूप में देते दिखाई देते हैं।
समाचार लिखे जाने तक जब बच्चे ने रोजा खोल कर इफ़्तयारी करने पर बैठे तब भी उनके पिता अल्ताफ नगर पालिका देवली कर्मचारी मोक्ष धाम पर किसी शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे गौरतलब है कि पिछले दिनों कई समाचार पत्रों ने भी प्रमुखता से इनके नाम को प्रकाशित करते हुए उनके द्वारा किए जा रहे सराहनीय कार्यों की प्रशंसा की है।