Tonk News। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव-2023 के लिए टोंक जिले में नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक श्री विजय कुमार ने मंगलवार को सर्किट हाउस में निर्वाचन व्यय से संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चुनावी खर्च में निर्धारित प्रक्रिया की पालना के निर्देश दिए।
बैठक व्यय पर्यवेक्षक ने वीडियो निगरानी दल (वीएसटी) एवं वीडियो अवलोकन दल (वीवीटी) के अधिकारियों को निर्देश दिए कि रिकॉर्डिंग करते समय घटना का नाम एवं प्रकार, तिथि, स्थान, घटना का संचालन करने वाली पार्टी और अभ्यर्थी का नाम रिकॉर्ड किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि वीडियोग्राफी में सभा, रैली में वाहनों की संख्या, पांडाल, कुर्सिया, फर्नीचर, शामियाना, लाउडस्पीकर, पोस्टर-बैनर एवं भाषण की संपूर्ण रिकार्डिंग को शामिल किया जाए। एक कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग के बाद ही दूसरे कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग की जाए।
उन्होंने मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति (मीडिया प्रकोष्ठ) के सदस्यों को निर्देश दिए कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया में आने वाले विज्ञापनों एवं पेड न्यूज पर नजर रखी जाए। इन्हें संबंधित उम्मीदवार के खर्चे में शामिल करने के लिए निर्वाचन व्यय प्रकोष्ठ एवं संबंधित विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी को भेजी जाए।
व्यय पर्यवेक्षक ने सोशल मीडिया पर किये जाने वाले प्रचार की राशि के खर्च को शामिल करने की बात कही। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला कोषाधिकारी अवधेश शर्मा, सहायक लेखाधिकारी श्याम सुंदर साहू, जनसम्पर्क अधिकारी अपूर्व शर्मा, डीओआईटी के उपनिदेशक संदीप कुलश्रेष्ठ सहित अन्य अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद रहे।