टोंक। देश की आजादी के 75 वें वर्ष के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव अभियान में जिले के टोडारायसिंह कस्बे के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा कस्बे के पुरातन महत्व के कल्याण राय मन्दिर की तीन रंगों में रोशनी की गई है। देश की आजादी के 75 वें साल के अवसर पर सम्पूर्ण देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है।
इस दौरान भारतीय पुरातन सर्वेक्षण विभाग की ओर से अधीनस्थ संरक्षित विभिन्न स्मारकों, मंिदरों पर सालभर िवभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इसी कडी में जयपुर मण्डल के अधीन टोंक जिले के बीसलपुर में स्थित बीसलदेव मन्दिर और टोडारायसिंह कस्बे के श्री कल्याण राय मंदिर पर रंगीन रोशनी कर के तिरंगे की छटा बिखेरी जा रही है, जो 15 अगस्त तक की जाएगी। पुरातन विभाग द्वारा कस्बे के कल्याण राय मंिदर की तिरंगे की रोशनी में नहाया हुआ देखकर कस्बवासी रात को घंटों निहारते है।
पालिका द्वारा शिविरों में मात्र पट्टे बनाने का काम, आमजन की समस्याओं पर ध्यान नही
टोंक। सरकार शहरों की हालात सुधारने व आमजन की समस्याओं के मौके पर ही निस्तारण करने, पट्टे जारी करने सहित अन्य समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान चला रही है। लेकिन जिले के नगरपालिका टोडारायसिंह में आमजन के कार्य नहीं हो रहे है। कस्बे में बरसाती पानी की समुचित निकासी नहीं हो रही है तो कहीं आमरास्तों में पानी भरा हुआ है। कस्बे के नालों में कचरा व गंदगी भरने से चॉक हो रहे है। शिविरों में मात्र पट्टे बनाने का ही काम किया जा रहा है, आमजन की अन्य समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कस्बे में कॉलोनियों के विकास के लिए टेक्स के नाम आमजन से राशि वसूली जा रही है।
लेकिन कॉलोनियों का विकास नहीं हो रहा है। ऐसे ही कस्बे के रेल्वे स्टेशन कॉलोनी में दिखाई दे रहा है। यहां के निवासियों से पट्टे के लिए फाइलें तैयार करवा दी गई, लेकिन पट्टा जारी नहीं किए जा रहे है। इसी प्रकार इसी कॉलोनी में सीसी सडक़ नहीं होने से आमरास्तों में बरसाती की निकासी नहीं होने से पानी जमा हो रहा है।
जिससे आमजन को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। यहां हालात यह है कि कहीं कहीं जगहों पर तो पानी 3-4 फिट गहरा है, जिससे में से आना जाना पड रहा है। बरसाती पानी जमा होने से जलजनित बीमारी व मच्छरों का प्रकोप बढने लगा है। इस सम्बंध में वार्ड पार्षद को भी कई बार अवगत करा दिया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।