
टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक जिले में सायबर ठगी के मामले थमने का नाम नही ले रहे है,इस बार ठगों ने टोंक जेलर के नाम पर एक वकील व स्कूल संचालक को अपना निशाना बनाया है,सायबर ठग ने जेल में बंद बंदी के नाम पर उसके वकील को फोन कर ठगी को अंजाम दिया है,,बंदी के वकील को फोन कर उसके परिचित स्कूल संचालक से 6220 रुपए की ठगी कर ली। पूरे मामले को लेकर सायबर क्राइम में मामला दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार एडवोकेट सलमान ने बताया कि उसका नासिर नाम का एक मुवक्किल टोंक जेल में बंद हैरविवार को अचानक से टोंक जेलर के नाम से उनके पास फोन आया, फोन करने वाले ने अपने आप को टोंक जेलर बताया,, उसने बताया कि आपका एक मुवक्किल बंदी नासिर गिर गया है।
जिसके सर पर चोट लगी है,,उसकी हालत भी गंभीर है और उसे ब्लड की भी आवश्यकता है, उसके उपचार के लिए उसने 6 हज़ार 2 सौ 20 रुपये पेटीएम के माध्यम से डालने की बात कही,, इस पर एडवोकेट सलमान ने अपने मुवक्किल बंदी के परिचित कोतवाली थाना क्षेत्र शागिर्द पेशा निवासी जावेद सत्तारी को फोन किया।
पूरी जानकारी देकर उन्हें रुपये डालने की बात कही,,, इस पर जावेद सत्तारी ने आनन फानन में बताए हुए नम्बरों पर बताई गई 6 हज़ार 2 सौ 20 रुपये डाल दिए,, बाद में उन्हें ठगी का अहसान हुआ तो उन्होंने टोंक जेल जाकर पूरे मामला बताया,,इस पर जेल प्रशासन ने बंदी नासिर को पूर्ण रूप से स्वस्थ बताया,, और जेल से किसी भी प्रकार का फोन कॉल किए जाने से इंकार कर दिया,,,पीड़ित ने कोतवाली थाना में मामला दर्ज कराया है।
पूरा मामला संदिग्ध लगता है
देखने मे ये पूरा मामला संदिग्ध नज़र आ रहा है,, क्योंकि इससे पूर्व भी टोंक में बंद बंदियों ने सज़ा याफ्ता कैदियों द्वारा अवैध वसूली लेने का मामला दर्ज कराया है,, कई बार टोंक जेल प्रशासन सहित वहां बंद कैदियों द्वारा बंदियों को पैसों के लिए प्रताड़ित किया जाता है।
पूरे मामले में कई सवालियां निशान खड़े होते है,, कैसे जेल में बंद बंदी व उसके वकील की जानकारी हासिल कर इस ठगी को अंजाम दिया गया है,, कैसे इन हाईटेक साइबर को जेल में बंद एक बंदी की जानकारी है।साथ ही उसके एडवोकेट के फोन नम्बरों तक की जानकारी हासिल कर ली,,, अगर पुलिस सही से जांच करे तो पूरे मामले की तह तक पहुँच सकती है।