टोंक/ पीपलू (ओपी शर्मा)। कस्बे में संचालित एक निजी शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान द्वारा यूजीसी नियमों को ताक पर रखकर ट्रेनिंग कर रहे विद्यार्थियों से डायरी, किट, अनुउपस्थिति के नाम पर डोनेशन की मांगकर अवैध वसुली की जा रही हैं। इसी मामले को लेकर बुधवार को बीएड कर रहे विद्यार्थी ओमप्रकाश चंदेल ने पीपलू उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर धरना दिया।
साथ ही उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि टीचर ट्रेनिंग संस्थान में विद्यार्थियों को प्राचार्य द्वारा डरा धमकाकर कार्यालय में एकांत में बुलाकर रजिस्टर में नाम दर्ज कर डोनेशन में अलग-अलग राशि वसुलने का कार्य किया जा रहा हैं।
इतना ही नहीं प्राचार्य कक्ष में बुलाने से पूर्व विद्यार्थियों का बैग, मोबाईल या इन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जो सबूत बनाने में सहायक है को अंदर नहीं ले जाने दिया जाता हैं।
ओमप्रकाश चंदेल ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा डोनेशन नहीं दिए जाने की स्थिति में कम नंबर भेजने आदि को लेकर डराकर प्रताडि़त किया जाता है। इसके चलते कई विद्यार्थी डोनेशन भी देते है। साथ ही जो डोनेशन नहीं देता है उसे स्कूल में इंर्टनशिप में काम आने वाला रिलीव लैटर नहीं दिया जाता है।
पीडि़त ने ज्ञापन में बताया कि पूर्व में इस तरह की शिकायत आपके यहां एक पीडि़त छात्र द्वारा की गई थी। जिसका कार्यालय द्वारा हस्तक्षेप के बाद समाधान हुआ था। पीडि़त ने बताया कि अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए तथा कई लोगों के पास आर्थिक स्थिति मजबूत होने पर डोनेशन दे दिया जाता हैं।
लेकिन गरीब व पिछले परिवारों के विद्यार्थियों को लेकर यह समस्या मुसीबत बन जाती हैं। पीडि़त ने उपखंड अधिकारी से शिक्षण संस्थानों में अवैध वसुली पर रोकथाम को लेकर कार्रवाई की मांग की हैं। इस दौरान उपखंड कार्यालय में मौजूद प्रशासनिक कार्मिकों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया उसके बाद पीडि़त ने धरना समाप्त किया।
साथ ही चेतावनी दी हैं कि अगले दो दिन में कार्रवाई नहीं की गई तो जिला कलेक्टर कार्यालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा।
पीपलू। उपखंड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठा विद्यार्थी।