टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक जेल में खुलेआम चल रहा विचाराधीन बंदियों से चौथ वसूली के बड़े मामले का खुलासा टोंक डिप्टी चंद्रसिंह रावत ने करते हुए एक आरोपी कमलेश खंडेलवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी जेल के बाहर ही दूध डेयरी चलाता है। पूरे मामले में पुलिस और आरोपियों को प्रोटेक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ करेगी।
जानकारी के अनुसार टोंक डिप्टी चंद्रसिंह रावत ने बताया कि टोंक जेल में बंद विचाराधीन बंदियों ने शिकायत कर जेल में दबंग बंदियों द्वारा विचाराधीन कैदियों से अवैध चौथ वसूली का खेल चल रहा है। शिकायत पर आईजीपी जेल आलोक विशिष्ट ने मामला दर्ज कराया था। जिसके आधार पर पुलिस ने जेल के बाहर डेयरी चलाने वाले कमलेश खंडेलवाल को गिरफ्तार किया है।
पेटीएम के जरिये लेता था पैसे
डिप्टी चंद्रसिंह रावत ने बताया कि मेघराज जाट व रामपाण्डे सहित अन्य कैदी जबरन कमज़ोर विचाराधीन कैदियों से चौथ वसूली करते थे। रिश्तेदारों को फोन कराकर पैसे की डिमांड करते थे। कमलेश खंडेलवाल अपने पेटीएम से पैसे डलवाकर दबंग कैदियों को जेल में सप्लाई करता था। मेघराज जाट व रामपाण्डे पूरे मामले में शामिल है। मेघराज जाट खुली जेल सांगानेर में बंद है तथा रामपाण्डे जो कि दौसा जेल में बंद है। दोनों आरोपियों को भी प्रोटेक्शन वारंट पर लाया जा रहा है।
टोंक जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
पूरे मामले में टोंक जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। जेल प्रशासन की मिलीभगत से से ही ये चौथ वसूली का गोरखधंधा चलाया जा रहा था। कई बार विचाराधीन कैदियों ने इसकी शिकायत भी की थी।
टोंक जेल में कैदियों पर दबाव बनाकर जबरन चौथ वसूली का बड़ा मामला सामने आया है। टोंक डिप्टी चंद्रसिंह रावत ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए चौथ वसूली के आरोप में एक आरोपी कमलेश खंडेलवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी जेल के बाहर ही दूध की डेयरी चलाता है। दबंग कैदियों के सहयोग से ये चौथ वसूली का पूरा धंधा काफी लंबे समय से चल रहा था। जेल कर्मचारियों की भूमिका भी इसमे सदिग्ध है। ये पूरी कार्रवाई आईजीपी जेल आलोक वशिष्ट की एफआईआर पर की गई है। पुलिस पूरे मामले में गहनता से जांच कर आरोपी से पूछताछ में जुटी है