टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक के कई नामचीन प्राइवेट हॉस्पिटल राजनीतिक संरक्षण के चलते फल फुल रहे है। नियम कायदों को ताक में रखकर मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। टोंक शहर में अग्रवाल हॉस्पिटल भी इसी श्रेणी में आता है। अग्रवाल हॉस्पिटल का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है।
कई गंभीर विवादों से जुड़ने के बाद भी आज तक इस पर कोई कार्रवाई अमल में नही लाई गई है। इस हॉस्पिटल के रसूख का इस बात से पता लगता है कि हॉस्पिटल में शुरू किए जा रहे नए हार्ट सेंटर का उद्घाटन आज कांग्रेस व भाजपा के बड़े नेता करेंगे।
अग्रवाल हॉस्पिटल अपना 15वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस अवसर पर निरामया हार्ट सेंटर व कैथ लेब का शुभारंभ भी होगा।
गंभीर आरोप लग चुके
इन 15 सालों के सफर में अग्रवाल हॉस्पिटल पर कई गंभीर आरोप लग चुके है, कई बार हॉस्पिटल के बाहर ही मृत भूर्ण तक मिले है, कई मरीजों के इलाज में लापरवाही के आरोप भी लगे। मरीजों के परिजनों ने हॉस्पिटल के खिलाफ मामले भी दर्ज करवाए।
लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते कोई कानूनी कार्रवाई नही हुई। कई नियम कायदों को अनदेखा कर संबंधित उच्च चिकित्सीय विभाग भी कोई कार्रवाई करने से बचता रहा है।