टोंक। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामपाल जाट के नेतृत्व में आज ग्राम डारडा हिंद मैं किसान एकता मीटिंग में सैकड़ों किसानों ने भाग लिया किसानों की निम्न समस्याओं को लेकर पूरा मोल घर में तोल खुशहाली के दो आयाम ऋण मुक्ति और पुरे दाम को लेकर किसान महापंचायत राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट नें सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा है कि किसान आर्थिक समानता के आधार पर बने एक समान आर्थिक हितों के आधार पर किसानों को जाति दल संप्रदाय इन को छोड़कर एक होने की आवश्यकता है अभी तक किसानों को राजनीतिक दल और उनके नेताओं द्वारा बांटा गया और जो बढ़ता है वह घटता है इस कमजोरी को दूर करने के लिए नया नारा आया है वो हैं वे जाति धर्म से तोड़ेंगे हम मूंग चने से जुड़ेंगे उपस्थित सभा में किसानों ने संकल्प लिया कि वह तोड़ने वालों के साथ नहीं जोड़ने वालों के साथ रहेगी इसके लिए बनाएंगे किसान वोट बैंक उसके आधार पर लाएंगे किसान राज जो किसानों की समस्याओं का समाधान का सबसे उत्तम रास्ता है इसके लिए आज किसानों ने नारा दिया है बीती रात हो गई बहुत चलो किसानों राज की ओर इसके आधार पर किसान गांव-गांव में जाकर किसान महापंचायत की सदस्यता करेंगे और प्रत्येक गांव की कार्यकारिणी बनाएंगे
उसके आधार पर गांव में किसान राज के प्रति जागरूकता लायेंगें तथा किसान महापंचायत राष्ट्रीय महासचिव अकबर खान ने अपने संबोधन में सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब भारत सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटेड बताती हैं तथा राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राज्यों के घोषित समर्थन मूल्य से कम दामों पर नहीं हो सकता न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दामों पर क्रय विक्रय करना व क्रय विक्रय को रोकने मैं भारत सरकार विफल रही है इसी कारण किसानों को प्रति क्विंटल 1100 का घाटा उठाना पड़ रहा है अब हम किसानों को अपनी ताकत राज्य सरकार व केंद्र सरकार को दिखानी होगी तभी सरकार हमारी मांगे पूरी करेंगी इस अवसर पर मौजूद प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह, मुसद्दीलाल यादव , भंवर चौधरी, गोशाला अध्यक्ष रामेश्वर जाट ,दशरथ गुर्जर, सत्यनारायण सिंह, क्यामुद्दीन रंगरेज,अशोक विश्नोई ,आशीष ग्वाला,छात्र प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर चौधरी, बजरंग लाल जी, छितर लाल जी गुर्जर, हनुमान जी , रामनिवास जी, बजरंग लाल जी यादव, रामदयाल बैनीवाल, जगदीश मीणा, मदन लाल गुर्जर,सीताराम खंगार , राजेश माली, हरिराम गुर्जर,रामेश्वर जाट,रूप नारायण मीणा,राजेंद्र जैन ,बनवारी लाल बैेरवा,धर्मेश साहू ,सीताराम चौधरी,आदि सैकडों की तादाद में किसान मौजूद थे