स्वतंत्रता सेनानी गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बाराव का जन्म दिवस उत्साह पूर्वक मनाया

Sameer Ur Rehman
4 Min Read
टोंकl स्वतंत्रता सेनानी गांधीवादी डॉ एसएन सुब्बाराव का 94 वां जन्मदिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया, राष्ट्रीय युवा योजना, डॉ सुब्बाराव मेमोरियल ट्रस्ट, भारत स्काउट गाइड, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, आचार्यकुल की टोंक यूनिटस् के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार प्रातः 11:00 बजे संगोष्ठी का आयोजन किया गया l
 
अध्यक्षीय संबोधन में गांधीवादी विचारक मुजीब आजाद ने कहा कि हिंसा को प्यार से जीता जाता है जिस तरह बुद्ध और गांधी ने किया, जेपी और सुब्बाराव ने किया, गांधी के बताए रास्ते पर चलते हुए सुब्बाराव ने चंबल के बीहड़ों में डकैतों को शांति का संदेश दिया और डकैतों ने उनके प्रेम के संदेश को मानते हुए अपनी बंदूकों को अहिंसा के पुजारी के सामने सरेंडर कर दिया l
 
यह ऐतिहासिक घटना 14 अप्रैल 1972 की है जब दुर्दांत डकैतों ने भाई जी के सामने आत्मसमर्पण किया जिसके साक्षी लोकनायक जयप्रकाश नारायण व उनकी पत्नी प्रभादेवी रही, जो डकैत बंदूक से हिंसा करना जानते थे उन्होंने अहिंसा को जीवन में अपनाया और आज गांधी आश्रम जोरा में गांधी के बताए रास्ते पर चलते हुए संयम के साथ अपना जीवन जी रहे हैं और समाज सेवा को समर्पित हो गए हैंl
 
ऐसा हृदय परिवर्तन कराने का साहस किसी ने कर दिखाया तो वह महान व्यक्तित्व डॉ एसएन सुब्बाराव हैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन में गांधी के साथ जेल जाने वाले भाई जी डॉक्टर एसएन सुब्बाराव ने अपना जीवन गांधी के बताए रास्ते पर बिताकर देश-दुनिया में विशिष्ट पहचान कायम की, सुब्बाराव जी का जन्म 7 फरवरी 1929 को बेंगलुरु में हुआ मध्यप्रदेश में राजस्थान उनकी कर्मभूमि रहा और उन्होंने जीवन की अंतिम सांस 27 अक्टूबर 2021 को जयपुर में ली l
 
 मुजीब आजाद ने डॉ एसएन सुब्बाराव के साथ बिताए अपने अनेक संस्मरण सुनाए, भाई जी की सादगी और उनकी देश की 18 भाषाओं पर विद्वता, उनके बौद्धिक कौशल, विश्व के अनेक देशों में गांधी संदेश के लिए किए गए उनके के कार्यों पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि भाई जी एक ऐसे समाज व राष्ट्र की रचना करना चाहते थे जहां संस्कृतियों और समुदायों में आपसी मेलजोल हो, उनका राष्ट्रवाद मानवता पर आधारित था वे समुदाय को व्यक्तियों का समूह मानते थे उनकी दृष्टि में आपसी झगड़ों का निपटारा उसी तरह होना चाहिए जैसे परिवार के सदस्यों के बीच में होता है।
 
कार्यक्रम में वक्ता डॉ पी सी जैन ने कहा कि शांति का संदेश जीवन पर्यंत देने वाले डॉक्टर एसएन सुब्बाराव जैसे विरले व्यक्ति कई कई सदियों में जन्म लेते हैं, जो समाज को दिशा देने का काम करते हैं उनका जीवन देश के युवाओं को समर्पित रहा, भारत स्काउट गाइड के टोंक सीओ गिरिराज प्रसाद गर्ग ने सुब्बाराव जी के समाजसेवी कार्य और श्रमदान पर प्रकाश डाला ,कार्यक्रम का संचालन स्काउट गाइड तहसील टोंक सीओ आचू मीणा ने किया, अल्पना जोनवाल, हेमलता जैन, बाबू लाल बैरवा, सोजी राम बलाईl
 
सुनीता साहू संजय मीणा सहित स्काउट गाइड, छात्र-छात्राओं तथा विद्यार्थियों ने मुख्य रूप से भाग लिया l कार्यक्रम के प्रारंभ में भाई जी डॉक्टर एसएन सुब्बाराव की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा के साथ याद किया गया, भाई जी के प्रेरणा गीत सुनाए गए, सर्व धर्म प्रार्थना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई l डॉ एसएन सुब्बाराव के 94 वे जन्म दिवस के अवसर पर टोंक में प्रातः प्रभात फेरी निकाली गई l
Share This Article
Follow:
Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/