Tonk(फ़िरोज़ उस्मानी)। पिछले तीन दिन से प्रदेश में लॉक डाउन को लेकर आमजन में गलतफहमी है। आज मुख्यमंत्री गहलोत कैबिनेट की बैठक में साफ हो गई है। तीन दिन से आमजन में कई प्रकार के कयास लगाए जा रहे थे। सभी बैठक के बाद गलत साबित हुए है। सोमवार को 5 बजे बात कर्फ्यू हट जाएगा।
आम दिनों की तरह ही वापस जीवन पटरी पर आएगा। बैठक में कोरोना को लेकर व हालातों से निबटने पर विशेष चर्चा की गई है। केबिनेट में मंत्रियों ने लॉक डाऊन लगाने के लिए सुझाव दिए, साथ ही किसी तरह की खास तौर पर मज़दूरों में अफरा तफरी ना हो और पलायन ना हो।
छोटे शहरों में जहां स्थिति ज़्यादा खराब ना हो वहां दो दिन के जगह 3 दिन का कर्फ्यू लगाया जाए। सभी मंत्रियो व विशेषज्ञों ने अपनी अलग अलग राय दी।
जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अभी राजस्थान की स्थिति अन्य राज्यो से बेहतर बताते हुए लॉक डाउन नही लगाने का निर्णय किया है। इसके साथ ही इस कोरोना महामारी से निबटने के लिए सख्ती की हिदायत दी है। कर्फ्यू में सख्ती बरतने की बात भी कही।
आमजन को स्वयं जागरूक होना पड़ेगा। जिससे इस कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिल सके। राजस्थान में कोरोना से बिगड़ते हालात को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने ओपन बैठक की। अधिकारियों, राजनीतिक दलों, धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर मंथन किया।
विचार-विमर्श के बाद सीएम किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे। लॉकडाउन जारी रहेगा या नहीं, इस पर कुछ नहीं बोले। उन्होंने इतना जरूर कहा- पहले भी हमने सबकी सलाह से फैसले किए हैं। आगे भी कोई फैसला सबकी सलाह से होगा। कोरोना की भयावह हालत है।
सच्चाई का सामना नहीं करेंगे, तो हालात काबू नहीं कर पाएंगे। पिछली बार की तरह ही जनता सहयोग करे। इस बार भी जनता सहयोग करेगी। अगर बाहर निकलना पड़े, तो बिना मास्क न निकलें। बिना मास्क का जुर्माना बढ़ाना पड़ेगा।कोरोना की नई गाइड लाइन कल जारी हो सकती है।
सीएम ने कहा कि वक्त को देखते हुए कड़ाई बहुत जरूरी है, लेकिन सभी की सहमति से ही फैसला लिया जाएगा। सीएम ने बिल्कुल कोई इशारा नही किया कि आगे क्या कदम उठाने वाले हैं, लेकिन लोग मास्क कम लगाते हैं, अतः अब जुर्माना बढ़ाना ही पड़ेगा।