तू पोल-पोल , मै भी पोल-पोल
टोंक(फिरोज़ उस्मानी)। चुनावी दौर शुरू हो गया है, इन दिनों सौशल मीडिया पर एग्जिट पोल एप के जरीए जिले की आधी से अधिक आबादी एमएलए की दौड़ में शामिल हो चुकी है। जिले की चारों विधानसभा सीट पर पोल पर अपने नाम से एमएलए बनने की हौड़ सी लगी हुई है।
छोटे व बड़े नेता भी अपने नाम की दावेदारी के लिए वोट की अपील भी करते दिखाई दे रहे है। इन वोटिंग पोल के जरीए अपनी ही पार्टी की खेमेबाजी की पोल खोलते दिखाई दे रहे है। अपना नाम एग्जिट पोल के जरीए डालकर एमएलए की दावेदारी कर रहा है। सौशल मीडिया पर वोटिंग करने की अपील भी कर रहे है। सौशल मीडिया पर चल रहा ये एग्जिट पोल का खेल हंसी का पात्र बना हुआ है।
जिले में इन दिनों एक एग्जिट पोल एप्प के जरीए वो नेता भी खूब सुर्खिया बटोर रहे है, जिनका सपना कभी एमएलए बनने का रहा है। इन पोल के जरीए वो एमएलए की दौड़ में शामिल होकर अपने सपने साकार करते दिखाई दे रहे है। पोल के जरीए जिले की टोक, देवली-उनियारा, निवाई, टोडा-मानपुरा विधानसभा से एलएलए की दावेदारी के लिए होड़ सी लगी है।
लोग अपनी अपनी विधानसभा सीट से एग्जिट पोल के माध्यम से वोट की अपील कर सौशल मीडिया पर वाईरल कर रहे है। मानो ऐसा प्रतित होता दिखाई दे रहा है, जैसे आलाकमान इन एग्जिट पोल के रिजल्ट पर ही एलएलए के टिकट का वितरण करेगा।
गुटबाजी आई सामने
भाजपा व कांग्रेस पार्टी नेताओं द्वारा आपस में एक दूसरे के सामने अपने नाम एग्जिट पोल में रखकर वोटिंग की अपील कर रहे है। भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता वर्तमान एमएलए के साथ अपने अपने नाम डालकर वोटिंग के जरीए एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे है। इससे पार्टी की गुटबाजी साफ दिखाई दे रही है।