निर्माण कार्यो में भारी अनियमिततओ के बावजूद भुगतान

liyaquat Ali
3 Min Read

 

निवाई नगर पालिका निवाई के निर्माण कार्यो के टेंडरो से लेकर कार्यो के निर्माण में भारी अनियमितताओं की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों मेंं दर्ज प्रकरण की जांच अभी शुरु भी नही हुई कि हाल ही में एक ठेकेदार द्वारा लिए गए टेंडर राशि का भुगतान पाईंट लगाकर पत्रावली से लाखों रुपए का भुगतान कर राजकोष को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आते ही ठेकेदारों सहित पार्षदों में भारी रोष व्याप्त हो गया। जिसको लेकर प्रतिपक्ष नेता राजकुमार करनाणी के नेतृत्व में पार्षदों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया है।

निर्माण शाखा के अभियंताओं एवं अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए ठेकेदारों के साथ साथ पालिका उपाध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष सहित पार्षदों ने निदेशक स्वायत्त शासन विभाग सहित उच्चाधिकारियों के अलावा संपूर्ण पत्रावली भ्रष्टाचार निरोधक विभाग को भी दी है।

पालिका नेता प्रतिपक्ष राजकुमार करनाणी सहित पार्षदों ने बताया कि पालिका ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 6 जून 2017 एक निविदा आमंत्रित की थी, जिसमें विभिन्न वार्डो से घरेलू शौचालयों का निर्माण किया जाना था, उन कार्यो में ही वार्ड संख्या 13 एवं 17 में भी यही कार्य का टेंडर था। 4 लाख 93 हजार रुपए के उक्त निविदा बीएसआर दर से 10 फीसदी कम दर पर आदिनाथ कंट्रेक्शन के टेंडर खुला, लिहाजा सभी ठेकेदार अपने अपने कार्यो में लग गए। वार्ड 13 एवं 17 में शौचालयों का निर्माण शुरु हुआ।

नेता प्रतिपक्ष राजकुमार करनाणी का आरोप है कि जब शौचालय निर्माण का भुगतान किया जाना था तब निर्माण शाखा ने 10 फीसदी दर कम के स्थान पर आगे पाइंट लगा दिया ताकि 10 रुपए के स्थान पर मात्र दस पैसे की ही कटौती हो। बकायदा बिल भी बने और एमबी भी भरी गई।

नेता प्रतिपक्ष राजकुमार करनाणी ने निदेशक स्वायत्त शासन विभाग बताया कि निर्माण शाखा के अभियंताओं ने बिना राजकोष की परवाह किए भुगतान के दौरान मात्र पाइंट 10 भी नही काटकर भुगतान कर दिया गया।

निर्माण शाखा के अभियंताओं का कहना है

निर्माण शाखा के कनिष्ठ अभियंता देशराज मीणा का कहना है कि ये भुगतान मेरे समय का नही है, शायद उस समय जेईएन राजेश मीणा तथा सहायक अभियंता प्रशांत टाटू थे। मिस्त्री धर्मचंद जैन का कहना है कि इस मामले में कोई गड़बड़ नही है, जांच हो जाएगी।

फर्म पर पहले भी लगे आरोप

निर्माण कार्य करने वाली फर्म आदिनाथ कंट्रेक्शन पहले भी कई सवालियां निशाने पर रही है। बीएसआर से काफी कम दर पर टेंडर हथियाने के बाद निर्माण में घटिया सामग्री को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों में इस बात की शिकायते हुई है कि अधूरे कार्यो के बावजूद पूरा भुगतान उठा लिया गया।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *