टोंक। जिले के बरोनी थानान्तर्गत गांव नला के समीप स्थित एक कुंए में एक जने का तैरता हुआ शव मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से शव को निकलवाया। शव की शिनाख्त रामकिशोर रैगर निवासी अगरपुरा थाना दतवास के रूप में हुई है।
इसके बाद बरोनी थाना पुलिस ने दतवास थाना पुलिस को सूचना दी। वही इस मामले ग्रामीणों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया, जिस पर पुलिस ने समझाईश से मामला शांत कराया।
रविवार की सुबह सीएचसी निवाई में मुआवजे तथा हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर रैगर समाज के लोगों के साथ परिजनों ने प्रदर्शन कर पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया। जिससे पुलिस और प्रशासन सकते में आ गया। पुलिस उपाधीक्षक संदीप सारस्वत मौके पर पहुंच कर लोगों से बातकर नियमानुसार सरकारी मदद का दिलवाने आश्वासन दिया।
लेकिन लोगों ने मौके पर ही तत्काल आर्थिक सहायता देने तथा मृत्तक के पुत्रों को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग पर करने लगे। डिप्टी ने उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी।
मामला बढऩे पर जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानी सिंह और एसडीएम रविकांत सिंह सीएचसी पहुंच कर लोगों से बातचीत कर सरकारी मदद का आश्वासन दिया, लेकिन उन्होंने अधिकारियों की एक नहीं सुनी।
अधिकारी लोगों को समझाकर मेडिकल बोर्ड से मृतक का पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से मना कर अपनी मांगों को अड गए। इसके बाद रैगर के प्रमुख लोगों ने परिजनों और समाज के लोगों को समझाया।
अधिकारियों द्वारा पुन: आश्वासन के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। वही पीडित परिवार के 21000 रूपये विधायक प्रशांत बैरवा तथा 5000 रूपये पार्षद मदनलाल वर्मा द्वारा पीडित परिवार को मौके पर दिए गए।इस अवसर निवाई थानाधिकारी राजेंद्र खण्डेलवाल, पीपलू थानाधिकारी प्रहलाद सहाय, दत्तवास थानाधिकारी नाहरसिंह, सदर थानाधिकारी नरेश कंवर एवं थानों का जाप्ता मौजूद था।
दतवास थाना अधिकार नाहरसिंह ने बताया कि संतोष देवी पत्नी रामकिशोर रैगर निवासी ग्राम पंचायत ललवाड़ी की ढाणी अगरपुरा ने पति रामकिशोर रैगर की गुमशुदी की गुरूवार को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
दर्ज रिपोर्ट में बताया था कि मृतक अपने पुत्र घनश्याम एवं विजेंद्र के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर निवाई कोर्ट में तारीख पेशी में गया था। पेशी के बाद उसे मजदूरी करने जाने के लिए निवाई में छोड़ दिया था। लेकिन वह काम पर भी नहीं गया और ना ही घर वापस पहुंचा।
इस पर मृतक की पत्नी ने दतवास पुलिस थाने में गुमशुदी का मामला दर्ज करवाया था। परिनजो एवं लोगों ने प्रदर्शन के दौरान कुएं में शव मिलने तथा मृतक के पैरों पर पत्थर बंधे होने से हत्या का बताई और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।