बहुजन समाजवादी पार्टी ने साल 2013 में राजस्थान की 195 सीटों पर चुनाव लड़ा था,
जयपुर। पिछले 4 साल से लगातार कई राज्यों में अपनी सरकार गवां चुकी कांग्रेस पार्टी अब राजस्थान में बहुजन समाजवादी पार्टी के साथ नैया पार लगाने के लिए गठबंधन करने जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मीटिंग हो चुकी है और लगभग यह तय हो चुका है कि राज्य में कांग्रेस और बसपा का गठबंधन होने वाला है।
हालांकि, बताया जा रहा है कि राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट इस गठबंधन के पक्ष में नहीं है। उनको अपने खुद के दम पर पार्टी को सत्ता में लाने का भरोसा है, जिसको लेकर उन्होंने अपना पक्ष राहुल गांधी के समक्ष रखा है। किंतु पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा यह रणनीति तय की गई है कि जहां पर बहुजन समाजवादी पार्टी का वर्चस्व है, उन सीटों पर बसपा के साथ गठबंधन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बहुजन समाजवादी पार्टी के तीन विधायक जीतकर आए थे, जबकि पार्टी को इस दौरान करीब 7.50 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे।
उससे पहले साल 2008 में भी बहुजन समाजवादी पार्टी के टिकट पर 6 विधायकों ने जीत हासिल की थी, लेकिन तब बनी अशोक गहलोत की सरकार के समय सभी विधायकों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उस दौरान बसपा को करीब 3.50 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। बहुजन समाजवादी पार्टी ने साल 2013 में राजस्थान की 195 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 3 सीटों पर उसको विजय हासिल हुई।
हालांकि, वर्तमान में राज्य में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का पलड़ा करीब-करीब बराबर है, लेकिन जिस तरह से देश के अन्य राज्यों में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी के द्वारा अपने पक्ष में माहौल बना लिया जाता है। उस संभावित माहौल को देखते हुए कांग्रेस बसपा के साथ यह गठबंधन करने जा रही है, ताकि किसी भी सूरत में राज्य में सत्ता में वापसी की जा सके।