कांग्रेस के अलग अलग गुटों के अलग अलग दिन प्रर्दशन
टोंक, (फ़िरोज़ उस्मानी)। नव नियुक्त टोंक जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनने के बाद भी टोंक के कांग्रेसी नेता एक पटरी पर खड़े नजर नही आ रहे है। गुटबाजी के चलते काग्रेंसी नेता अपनी अपनी अलग राह पकड़े हुए। प्रदेश व्यापी आंदोलनो में भी अलग अलग टुकड़ियों में बंटकर विरोध प्रदशन करते दिखाई पड़ते है। इसका खासा असर आने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।
एक गुट द्वारा गुरुवार को किया गया विरोध
कांग्रेस आलाकमान ने 5 मई को नव-नियुक्त जिलाध्यक्ष पीपलू तहसील के गाता ग्राम निवासी लक्ष्मण चौधरी गाता के नाम की घोषणा की गई। काग्रेंस आलाकमान का ये कदम हांलाकि जिले की राजनिती को मात्र ठंडे छीटें ही मारना ही साबित हुआ है। क्योंकि कांग्रेसी नेताओं की रेल अभी भी वही पुरानी गुटबाजी की पटरी पर चल रही है। इसका जीता जागता नजारा गुरूवार को देखने को मिला। कुछ कांग्रेसी नेता बिना जिलाध्यक्ष की अगुवाही में ही कांग्रेस के प्रदेश आव्हान पर कर्नाटक में जेडी (एस) के साथ गठबंधन के बहुमत के बावजूद राज्यपाल द्वारा भाजपा को मुख्यमंत्री बनाये जाने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुये इसके पिछे पीएम मोदी को जिम्मेदार बताते हुये गुरूवार को घंटाघर पर पुतले फूंककर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल पूर्व जिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी, महामंत्री देवकरण गुर्जर, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष युसूफ इन्जिनियर, कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष जेबा खान, इम्तियाज खांन, सुनिल बंसल, विकास विजयवर्गीय, मोहन मीणा, अरशद चिश्ती, किरोडी मीणा, राजीव बंसल, नवीन त्रिपाठी, जावेद चिश्ती, राजेन्द्र वरजानी, विक्रम गुर्जर, मुजाहिद खां, शंकर कच्छावा, आतिक नकवी, हर्षित बंसल, पार्षद शकिल, जुनेद खां आदि शामिल थे।
दूसरे गुट ने शुक्रवार को किया विरोध
इसके बाद नवनियुक्त जिलाध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी गाता के नेतृत्व में शुक्रवार को कर्नाटक में राज्यपाल द्वारा भाजपा को मुख्यमंत्री बनाए जाने के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया गया है। इसमें शामिल पूर्व वित्त राज्य मंत्री नमोनारायण मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष आत्माराम गोयल, प्रदेश सचिव प्रशान्त बैरवा, पूर्व विधायक कमल लोदी, पूर्व प्रधान अल्का बैरवा, शकीलुर्रहमान खांन, डॉ. विक्रम सिंह, पं. शैलेन्द्र शर्मा, अ.व. शहजाद, दिनेश चैरासिया, महावीर तोगडा, सलीमुद्वीन खांन, टोंक शहर अध्यक्ष अजीज कुरैशी, अलीगढ ब्लॉक अध्यक्ष एम लईक खांन, पीपलू ब्लॉक अध्यक्ष रामअवतार मीणा, निवाई ब्लॉक अध्यक्ष राजस चैधरी, टोडा ब्लॉक अध्यक्ष रामप्रसाद साहु, धर्मेन्द्र सालोदिया, सेवादल जिलाध्यक्ष अब्दुल खालिक खांन, सेवादल शहर संगठक इरशाद खान, मासूम अली, हंसराज गाता, यूसुफ यूनिवर्सल,
विकास लोदी, पार्षद शकील मियां, पूर्व पार्षद मो. फारूख, जर्रार खांन, इम्तियाज खांन, मोहन मीणा, रशीद भाई इंटक, राहुल सैनी, शंकर कच्छावा एडवोकेट, मुद्दसर मोहम्मद, कमल साहु एडवोकेट, एहसान बाबा, हेमराज चैधरी एडवोकेट आदि शामिल थे।
विधानसभा चुनाव में नतीजे होंगे घातक
एक ही कांग्रेस पार्टी द्वारा अलग अलग गुटों द्वारा किया गया प्रदर्शन जिला कांग्रेसियों की गुटबाजी की तस्वीर साफ दिखाता है। इन सब बातों से कांग्रेस जिले के लोगों को कोनसा सदेंश देना चाह रही है। ये सोचनीय बिन्दु है? ये गुटबाजी जिला कांग्रेस के लिए आने वाले चुनाव में हानिकारक साबित हो सकती है।