पीपलू (ओपी शर्मा) । टोक जिले के सोहेला मे प्रशासन के स्वस्थ भारत मिशन की पोल खोल कर रख दी है। हालत यह है कि उप स्वास्थ्य केंद्र जाने वाले रास्ते मे बरसात का पानी भरा हुआ है
डॉक्टरों और मरीजों को घुटनों पानी से हो कर अस्पताल के अंदर जाना पड़ रहा है।
दवा कम बीमारियां ज्यादा बंट रही हैं
उप स्वास्थ्य केंद्र रास्ते मे 1माह से भरा पानी बदबू मारने लगा है। ग्राम पंचायत में बदहाल व्यवस्थाओं की पोल खोलने के लिए सोहेला उप स्वास्थ्य केंद्र की यह तस्वीर काफी है। इस पानी को न तो अस्पताल प्रशासन निकलवाने की जहमत उठा रहा है और ना ही पीपलू प्रशासन ,नाही ग्राम पंचायत कोई पहल कर रही हैं। कुछ दिन और यही हाल रहा तो यहां मरीजों को दवाएं कम और बीमारियां ज्याद लगेंगी।
उप स्वास्थ्य केंद्र के रास्ते मे तालाब बना है कैसे आएं दवा लेने
करीब तीन किलोमीटर दूर से चल कर सोहेला उप स्वास्थ्य केंद्र पर दवा लेने आए गांव बोरखडीखुर्द निवासी एक बुजुर्ग कहते हैं कि उन्हें चला नहीं जा रहा है। घुटनों में दर्द कि शिकायत है। उप स्वास्थ्य केंद्र रास्ते में तो घुटनों पानी भरा है। डॉक्टर के पास कैसे जाएं। यही हाल कुछ और मरीजों का भी है। जो यहां उपचार करवाने आए हैं।
दूसरों को दे रहे सफाई की नसीहत, खुद घिरे गंदगी में
कोरोना काल से ही स्वास्थ्य विभाग दूसरों से साफ-सफाई रखने के निर्देश दे रहा वहीं स्वास्थ्य केंद्र रास्ते में जमा बरसाती पानी में चारों ओर गंदगी फैली हुई है।
ऐसे में किसी कोरोना या फिर कोई अन्य संक्रमित बीमारी लग गई तो जिम्मेदार कौन होगा। क्योंकि डीएम से लेकर सीएमओ-एसएमओ और एसडीएम और बीडीयो हर कोई मौन है। आलम यह है कि स्वास्थ्य केंद्र के रास्ते में भरे पानी, फिसलन और कीचड़ की वजह से कोई मरीज गिर कर गंभीर रूप से चोटिल हो सकता है।