टोंक। एक्स्ट्रा एन ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वावधान में कम्यूनिटी थियेटर टोंक द्वारा आयोजित ‘‘उड़ान छुट्टियों की’’ ग्रीष्मकालीन रंगमंच कार्यशाला के समापन पर बाल कलाकारों के द्वारा मिक्की पटेल द्वारा रचित कहानी ‘‘रूपा हाथी’’ का प्रभावी मंचन किया गया। कम्युनिटी थिएटर टोंक के मोहित वैष्णव ने बताया कि नाट्य प्रस्तुति के प्रभावी मंचन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, प्रस्तुति के दौरान बच्चों का शो दर्शकों से पूरी तरह हाउसफुल रहा।
कहानी में जिस तरह लेखक ने जानवरों की ‘‘पहचान’’ के रूप में रंगों का इस्तेमाल किया है वो काफी रोचक तरीका है। यह विषयवस्तु कहानी में जानवरों तक की ही बात नहीं करता यह बात खास तौर से हम इंसानों के संदर्भ में भी की जा सकती है कि किस तरह से हम अपने शरीर को और ज्यादा से ज्यादा खूबसूरत बनाने की कोशिश करते है बजाए इसके की हम जैसे बने हैए हमे जैसा प्रकृति ने बनाया है हम अपने आप को वैसा ही स्वीकार करें।
इंसानों के संदर्भ में शरीर को खूबसूरत बनाने की कोशिश में हमारे साथ एक और विचारधारा ये भी जुड़ जाती है कि जो बहुत सुंदर है वो बहुत सुशील किस्म का शख्स होगा और अच्छे परिवेश से होगा और जो बहुत बदसूरत है जो दिखने में अच्छा नहीं है उसके किरदार में कुछ गड़बड़ी है या फिर उसका पारिवारिक परिवेश ठीक नहीं है।
कुछ इस तरह की धारा हम इंसानों के ज़हन में घूमने लगती है और इसलिए घूमने लगती है क्योंकि हमारे आस पास के परिवेश ने बताया है कि जो सुन्दर है वो हर तरीके से सही है और उसे ही हमारे परिवेश में रहने दिए जाने की कोशिश होती है। नाट्य प्रस्तुतियों के बाद उपस्थित दर्शकों में स्थानीय शिक्षक, पत्रकार, अभिभावक, स्थानीय सदस्य आदि ने नाट्य प्रस्तुति को लेकर अपने विचार साझा किए।
अभिभावकों के द्वारा बच्चों के 30 दिन के उत्साह, बच्चों में कार्य को लेकर सघनता, जिम्मेदारी पूर्वक भागीदारी, अभिव्यक्ति में सकारात्मकता आदि को लेकर विचार साझा किए। बाल नाट्य प्रस्तुति रूपा हाथी में मंच पर बतौर बाल अभिनेता आरोही, अभिनव, नवाक्षी, रूचित, घनिष्ट, हृदेश, हेमंत, शिवराज, तनवी, जसिका, नियाना आदि ने बहुत सुंदर रूप में मंच पर अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया। इस नाट्य प्रस्तुति में संगीत आदित्य वैष्णव तथा नाट्य प्रस्तुति का निर्माण शुभम मेघवंशी व गर्वित गिदवानी तथा सहयोगी चितरंजन नामा एवं मोहित वैष्णव रहे।