चौरू/उनियारा।अशोक कुमार सैनी । थाना क्षेत्र के शहादत नगर गांव में 11 जून 2022 की रात को चोरी के एक केस में मामला ऐसा उलझा कि दो पक्षों द्वारा एक के बाद एक करके तीन चार केस दर्ज कराने पड़े।
पुलिस ने एक केस में जांच नहीं की तो चोरी का पीड़ित गांव के ही पंच पटेलों के पास चला गया। वहां पंचों ने ऐसा मामला उलझाया कि पुलिस को अलवर और टोंक जिले के बीच चक्कर लगाने पड़े। पंच पटेल अलवर जिले की एक तांत्रिक महिला के पास चले गए।
उसने गांव की एक व्यक्ति व उसकी पत्नी पर चोरी का आरोप लगाया। आरोप है कि पंच पटेलों और चोरी की रिपोर्ट लिखाने वाले पीड़ित ने जेल का डर दिखाकर गांव के ही कनीराम माली व उसकी पत्नी पर जबरन दबाव बनाकर 75 हजार रूपए ठग लिए। बाद में महिला भी पंचों से प्रताड़ित होकर अलीगढ़ पुलिस के पास पहुंची,लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
उसके बाद पीड़ित महिला सुगना देवी ने कोर्ट इस्तगासा से केस दर्ज करवाई, जिस पर जांच पड़ताल शुरू हुई। जिस पर पुलिस ने पंच-पटेलों, चोरी के पीड़ित और अन्य लोगों समेत 19 लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया।
यह है पूरा मामला
दरअसल, अलीगढ़ थाना क्षेत्र में सहादत नगर गांव निवासी श्योजी पुत्र जंसीलाल ने 12 जून 2022 को घर में चोरी का मामला थाने में दर्ज कराया था। जब पुलिस ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई तो मामला गांव के पंच-पटेलों के पास पहुंच गया।
पंच पटेलों ने चोर का नाम बताने का दावा करने वाली अलवर जिले की एक महिला के पास पहुंचे। जहां तांत्रिक महिला ने पंच पटेलों को गांव के ही कनीराम माली व उसकी पत्नी सुगना देवी पर चोरी करने का शक जताया।
जिस पर बाद में पंच पटेलों ने गांव में एक पंचायत कर सुगना देवी व उसके पति कनीराम वाली से दबाव बनाकर जबरन मंदिर पर रखने के नाम पर 75 हजार वसूल कर लिए और कहा कि वह चोर नहीं निकलेगा तो उसके पैसे पंचों के सामने वापस लौटा दिए जाएंगे। पीड़िता सुगना देवी का आरोप है कि तांत्रिक महिला के बताए अनुसार पंच-पटेलों ने उस पर चोरी का झूठा आरोप लगा दिया, उसको जान से मारने व पुलिस में पकड़वाने का डर दिखाकर अमानत राशि के रूप में 75 हजार रूपए से भी अधिक राशि वसूल ली।
पुलिस के पास भी पूरा मामला पहुंचा, तब अलीगढ़ थाना के एएसआई देवलाल गुर्जर ने मामले की सत्यता जानने के लिए गांव के पंच-पटेलों के साथ चोर का नाम बताने वाली अलवर जिले की तांत्रिक महिला के पास पहुंचे।
पूछताछ करने पर तांत्रिक महिला ने चोर के रूप में किसी का भी नाम बताने से इनकार कर दिया। जब पुलिस जांच में पीड़िता महिला व उसका पति चोर नहीं निकला तो चोर का नाम बताने की एवज में ली गई 15 हजार रूपये की राशि भी तांत्रिक महिला से वापस ले आए।
जिसके बाद गांव के पंच-पटेलों ने पीड़िता महिला व उसके पति से वसूले गए 75 हजार रूपये देने से इनकार कर दिया,जिसके बाद दुबारा से मामला पुलिस थाना अलीगढ़ में पहुंच गया।
सोजीलाल माली ने मुकदमे से बचने के लिए जिला सेशन न्यायालय टोंक से अग्रिम जमानत करवा ली और उसके बाद भी महिला के 75 हजार रूपए वापस लौटाने से इंकार कर दिया। बाद में पुलिस से बचने के लिए श्योजी लाल गांव से फरार हो गया। जिसे पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर पुलिस थाने में लाकर गहनता से पूछताछ की।
पुलिस ने बताया
उक्त मामले में अलीगढ़ थानाधिकारी अयूब खान का कहना है कि सुगना देवी ने इस्तगासे के जरिये मामला दर्ज कराया था। आरोपी ने कोर्ट में अग्रिम जमानत की अपील की थी।
वहीं पूरे मामले में चोर का नाम बताने वाली अलवर जिले की महिला से पूछताछ की, उसने किसी महिला का नाम लेने से मना किया है। उससे भी अलवर जाकर पूछताछ की गई।
आरोपी ने राजीनामा के नाम पर अग्रिम जमानत की अपील को वापस लेकर खारिज करवाते हुए पुलिस से बचने के लिए कुछ दिन पहले फरार हो गया था। जिसे थाने के एएसआई देवलाल गुर्जर द्वारा अनुसंधान करते हुए शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है।