टोंक / वजाहत अख्तर । टोंक नगर परिषद द्वारा शुरू की गई अतिक्रमण हटाओ मुहिम राजनीति का अखाड़ा बन गई है। अतिक्रमण कारियों की पैरवी करने पहुंचे कॉंग्रेसी पार्षदों ओर नगर परिषद आयुक्त के बीच इसको लेकर तीखी नौक झौंक भी देखी गई। वहीं अतिक्रमणकारियों में शामिल कुछ महिलाओं ने छोटे बच्चों के साथ नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ की सरकारी गाड़ी का घेराव करते हुए गाड़ी को भी रोक दिया।
मौके पर मौजूद नगर परिषद के सुरक्षा गार्ड ओर अन्य कर्मचारियों ने लोगों को हटा कर आयुक्त को रवाना किया….. दरअसल विवाद नगर परिषद क्षेत्र की हेमू कालानी सर्किल के पास बनी थड़ी ओर केबिनों को नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ के निर्देशों पर हटा दिया गया था।
इसके बाद से लगातार आयुक्त ओर अतिक्रमणकारियों की पैरवी करने वाले कॉंग्रेसी नेताओ के बीच गतिरोध चल रहा है,हेमू कालानी सर्किल से अतिक्रमण हटाने के बाद उसे नॉन वेंडिंग ज़ोन घोषित कर दिया गया है।
लेकिन इसी बीच बीती रात को लोगों ने नगर परिषद द्वारा हटाई गई थड़ी केबिनों को फिर से वहीं रख दिया। जिसके बाद नगर परिषद की टीमें फ़िर से मौके पर पहुंच गई। इस दौरान कोंग्रेस पार्षद सुनील बंसल, रामदेव गुर्जर, राहुल सैनी ने इसको लेकर कड़ा विरोध दर्ज किया।
नाराज़ पार्षद थड़ी ओर केबिन संचालकों के साथ कलेक्टर से मुलाक़ात करने कलेक्ट्रेट पहुंच गए पार्षदो का आरोप है कि जिला कलेक्टर ने उन से मिलने से ही इंकार कर दिया। जिसके बाद पार्षद लोगों की भीड़ के साथ नगर परिषद कार्यालय पहुंचे इस दौरान आयुक्तअनिता खींचड़ ओर पार्षदो के बीच नौक झौंक भी हुई।
पार्षदो से मिले बिना आयुक्त कलेक्टर से मिलने की बात कह कर अपनी सरकारी गाड़ी में बैठ गई।जिससेनाराज़ थड़ी केबिन संचालको की तरफ से आई महिलाएं बच्चों के साथ आयुक्त की गाड़ी के सामने खड़ी हो गई और उनका घेराव करते हुए उन्हें रोक लिया।
हालांकि समझाइश के बाद लोग वहां से हट गए…तो वहीं नाराज़ पार्षद आयुक्त के केबीन में बैठ कर उनका इंतज़ार करने लगे कुछ देर बाद आयुक्त लौटी तो पार्षदो ओर आयुक्त के बीच क़रीब 2 घण्टे वार्ता चली जिसमें नगर परिषद द्वारा हटाई गई केबिनों ओर थडियों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की बात पर सहमति बनी।
वही इस पूरे मामले की खबर मिलते ही कई अन्य कॉंग्रेसी पार्षद भी नगर परिषद पहुंच गए और अपने अपने वार्डो की समस्याओं को लेकर आयुक्त को शिकायत की ,वही घटनाक्रम के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कॉंग्रेसी पार्षदो ने अनदेखी के आरोप लगाए।