विधानसभा चुनावी दंगल 2018
अलीगढ़,(शिवराज मीना)। विधानसभा चुनाव 2018 के तहत देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से 14 प्रत्याशियों में से गुरूवार को 5 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस ले लिये है। वहीं अब चुनावी मैदान में 9 प्रत्याशी रह गए है। इनमें भाजपा से बागी प्रत्याशी उदयलाल गुर्जर भी शामिल है।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी कैलाशचन्द गुर्जर ने बताया कि गुरूवार को नाम वापस लेने के दिन दोपहर 3 बजे तक 14 प्रत्याशियो में से 5 प्रत्याशी उमाशंकर , कुलदीप सिंह राजावत , नारायणलाल , सुरेश सिंह चारण तथा हरिमोहन ने अपने नाम वापस ले लिए है। जबकि बहुजन समाज पार्टी के ओमप्रकाश बैरवा , भाजपा के राजेन्द्र गुर्जर , कांग्रेस के हरीश चन्द मीना , आम आदमी पार्टी के लड्डूलाल मीणा , अभिनव राजस्थान पार्टी के बद्रीलाल , भारतीय युवा शक्ति पार्टी के बनवारीलाल , जमीदारा पार्टी के सुरेन्द्र कुमार नागर , निर्दलीय उदयलाल गुर्जर एवं निर्दलीय राजू चुनाव मैदान में रह गए है।
चुनाव चिन्ह आंवटित :-
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एसडीएम उनियारा कैलाशचन्द गुर्जर ने बताया कि चुनावी मैदान में रहे प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आंवटित कर दिए गए है। इनमें ओमप्रकाश बैरवा को हाथी का निशान , राजेन्द्र गुर्जर को कमल का फूल , हरीश चन्द मीना को हाथ , लड्डूलाल मीणा को झाडू , बद्रीलाल को टॉर्च , बनवारीलाल को बल्ला , सुरेन्द्र कुमार नागर को बैसिक टेलीफोन , उदयलाल गुर्जर को चारपाई तथा राजूलाल को गेस सिलेण्डर का चुनाव चिन्ह आंवटित किया गया है।
त्रिकोणात्मक होगा संघर्ष :-
इधर भारतीय जनता पार्टी के बागी प्रत्याशी उदयलाल गुर्जर के चुनाव मैदान में रह जाने से देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर त्रिकोणात्मक संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भाजपा के बागी उदयलाल गुर्जर भाजपा पंचायत राज प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष , पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष , पूर्व प्रधान देवली , पूर्व देहात मण्डल अध्यक्ष देवली , तथा पूर्व जिलाध्यक्ष गुर्जर महासभा जैसे महत्वपूर्ण पदो पर रह चुके है। साथ ही उदयलाल भारतीय जनता पार्टी में टोंक जिले के कद्दावर नेता माने जाते है। उन्होने स्थानीयता के मुद्दे को रखते हुए चुनाव मैदान में डटे रहने का फैसला किया है। इसी के अनुरूप उन्होनें अपना नाम वापस नहीं लिया। ऐसी स्थिति में भाजपा प्रत्याशी राजेन्द्र गुर्जर के लिये वे परेशानी खडी कर सकते है।