Tonk / महाप्रभु स्वामी रामचरण के पावन संदेश संपूर्ण राष्ट्र को राम भक्ति प्रदान करने वाले हैं- स्वामी रामदयाल

liyaquat Ali
6 Min Read

Tonk / Piplu News :अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय जन्मदाता महाप्रभु स्वामी रामचरण के पावन संदेश पूरे राष्ट्र को राम भक्ति प्रदान करते है। यह विचार अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय शाहपुरा पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने बनवाड़ा में महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज प्राकट्य त्रिशताब्दी महोत्सव दौरान हुई धर्मसभा में व्यक्त किए तथा बताया कि देश की अनेक समस्याओं का समाधान राम भक्ति है।

रामनाम का जाप पाप, ताप, संताप, परिताप का अंत करने वाला है। आचार्य श्री ने कहा कि समय का अभाव व्यक्ति, परिवार, समाज एवं राष्ट्र को  हानि नहीं पहुंचाता है, बल्कि वर्तमान में समझ का अभाव यत्र तत्र सर्वत्र कलह पैदा कर रहा है। हिंसा का तांडव नृत्य मानवीय संहार नासमझी का ही दुखद विषय है।  त्रिशताब्दी महोत्सव पवित्र पर्व पर आचार्य श्री ने महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज के वांग्मय स्वरूप पूज्य अनभैवाणी  वेद  शास्त्र संवत अध्यात्म प्रसंग को धर्म प्राण जनता के बीच रखा तथा आज के वातावरण में सुमति सत्संग साधना समझ पूर्वक सकारात्मक चिंतन देश की समस्या का समाधान है।

महाप्रभु स्वामी रामचरण महान संत, महान पंथ, महान ग्रंथ का नाम है।  महाप्रभु स्वामी रामचरण ने संपूर्ण राष्ट्र को धर्म संस्कृति चरित्र एवं ज्ञान भक्ति वैराग्य के साथ मानवता का पाठ पढ़ाया, साथ ही वर्ण वर्ग से ऊपर उठकर विश्व शांति एवं आत्मानंद का रास्ता बताया। सवा 36 हजार अनुभव वाणी की ज्ञान रत्नाकर किसी भी मत पंथ का इतना विशाल ज्ञान ग्रंथ नहीं है, ऐसा आत्मविश्वास के साथ कहा। स्वामी रामचरण महाप्रभु के सद् विचार अटक से कटक कन्याकुमारी से कश्मीर तक आज भी समीचीन एवं प्रासंगिक है।

इस अवसर पर आचार्य स्वामी रामदयाल महाराज ने पूरे राष्ट्र की मंगल कामना करते हुए उपस्थितों को महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज के जन्मोत्सव की ढेर सारी शुभकामनाएं ढेर सारा आशीर्वाद प्रदान किया।  इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय त्रिशताब्दी महोत्सव प्रवक्ता रामस्नेही संत रामनारायण देवास, संत जगवल्लभ राम, संत पप्पूराम, संत हरसुखराम मासूम, पंडित  राजेंद्र प्रसाद शास्त्री  सरपंच  गिर्राज प्रजापत एवं काफी संख्या में आसपास दूरदराज के श्रद्धालु मौजूद थे।

रामनाम से गुंजायमान हुआ बनवाड़ा धाम
रामचरण अवतारी थारी महिमा जग में न्यारी….

अन्तर्राष्ट्रीय श्रीरामस्नेही सप्रदाय पीठ शाहपुरा प्रवर्तक स्वामी रामचरण महाप्रभु की 300 वां प्राकट्य उत्सव पैतृक स्थली बनवाड़ा धाम पर धूमधाम से मनाया गया। जिसके तहत प्रभात फेरी, वाणीजी, संतों की शोभायात्रा निकाले जाने सहित प्रवचन, धर्मसभा, महाप्रसादी के आयोजन हुए तथा श्रद्धालुओं ने बधाईयां गाई। सपूर्ण गांव रामनाम की गूंज एवं जयकारों से गुंजायमान हुआ तथा श्रद्धालु राममय माहौल में डूबे रहे। कार्यक्रम की शुरूआत स्वामी रामचरण महाप्रभु की रामस्नेहियों द्वारा आरती किए जाने पर हुई। इसके बाद रामद्वारा से कलश शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ रवाना हुई।

गांव के विभिन्न मार्गों से होकर निकली शोभायात्रा में अन्तर्राष्ट्रीय श्रीरामस्नेही सप्रदाय (रामनिवास धाम) मुय पीठ शाहपुरा के पीठाधीश्वर आचार्य रामदयाल सहित अन्य रामस्नेही संत शामिल हुए। जुलूस में युवा कार्यकर्ता आगे आगे हाथों में धर्म पताकाएं लिए राम नाम, महाप्रभु रामचरणजी महाराज के जयकारे लगाते हुए चले, जिससे वातावरण गुंजायमान होता रहा।

वहीं महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण किए मंगल गीत गाती हुई चली। जुलूस में स्वामी रामचरण अवतारी थारी महिमा न्यारी…, म्हाने सोड़ा प्यारो लागै, बनवाड़ों प्यारो लागै…, मीठयो रस से भरयो री गुरुवाणी लागै… आदि भजनों पर महिला पुरूष रामस्नेहियों ने जमकर युगल नृत्य किया। शोभायात्रा का गांववासियों ने जगह जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया। वहीं स्वामी रामचरण महाप्रभु एवं इनके द्वारा अनुभव के आधार पर कही गई सवा छतीस हजार वाणी के संकलित ग्रन्थ अणभै वाणी की सुसज्जित झांकी आकर्षण का केन्द्र रही, जिसकी रामस्नेहियों ने जगह जगह आरती की। जुलूस पुनरामद्वारा पहुंच विसर्जित हुआ।

जहां श्रद्धालुओं ने रामचरण महाप्रभु की चंवरी के समक्ष मत्था टेकते हुए सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान रामधुन, प्रवचन कार्यक्रम हुए। सभी श्रद्धालुओं ने समारोह के बाद सामूहिक रूप से प्रसादी ग्रहण की। जुलूस में अंतर्राष्ट्रीय श्री रामस्नेही सम्प्रदाय के प्रवक्ता रामनारायण देवास, संत जगवल्लभराम सोड़ा, छगनराम, सुखराम नमाना, रामबख्स, हरसुखराम, मासूमराम देवास, सुखीराम, सेवाराम मित्रपुरा, मगनीराम, लक्ष्मीनारायण, विश्रामदास आदि मौजूद रहे।

नवनिर्मित रामद्वारे भवन का हुआ लोकार्पण

अंतर्राष्ट्रीय श्रीरामस्नेही सम्प्रदाय के जन्मदाता स्वामी रामचरण महाप्रभु की पैतृक स्थली बनवाड़ा में नवनिर्मित रामद्वारे का आचार्य श्री रामदयाल महाराज एवं संतजनों के कर कमलों द्वारा लोकार्पण किया गया। इस दौरान संपूर्ण परिसर राम नाम के जयकारों से गुंजायमान रहा। जगद्गुरु स्वामी रामदयाल महाराज ने सोमवार सवेरे 9.15 बजे विधि विधान से हजारों रामस्नेही श्रद्धालुओं की उपस्थिति में महाप्रभु स्वामी रामचरण महाराज का छवि चित्र एवं महाराज श्री के वांग्मय स्वरूप अनभै वाणी वेद ग्रंथ को रामद्वारा के नए भवन में विराजित करते हुए किया। इससे पहले जगद्गुरु श्री स्वामी रामदयाल महाराज महाराज का गाजे-बाजे से मंगल प्रवेश जुलूस निकाला। आचार्य श्री के प्रवेश पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पलक पावड़े बिछा दिए। आचार्य श्री का बसस्टैंड  समीप नवल्या जोशी भवन से नवनिर्मित रामद्वारा भवन तक राममय जयकारों के साथ पधारावणी जुलूस निकाला गया।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.