Tonk: खनिज विभाग, व बजरी लीजधारक की बडी सांठगाठ, बजरी बनास नदीं की रवन्ना पीपलू मांसी नदी का

टोंक । टोंक जिला खनिज विभाग, व बजरी लीजधारक की बडी सांठगांठ का खेल जिले मे बैठे आलाअधिकारीयो की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है ।

टे्क्टर चालक राधेश्याम, गोपाल, हरिनारायण ,आदी ने बताया की

टोंक बनास नदी के ग्राम मण्डावर बनास नदी का बजरी का रवन्ना पीपलू तहसील की मांसी का बरौनी रॉयल्टी नाके पर दिया जा रहा। चालकों ने बताया वाहनो मे बजरी टोंक तहसील के मण्डावर की है वही हमे रवन्ना पीपलू के मांसी नदी का दिया जा रहा है ।Tonk: खनिज विभाग, व बजरी लीजधारक की बडी सांठगाठ, बजरी बनास नदीं की रवन्ना पीपलू मांसी नदी का

व प्रत्येक टे्क्टर की नगर परिषद की 50रुपये की पर्ची दी जा रही है जो टोंक खनिज विभाग की मिलीभगत को दर्शाता है । 

काफी समय से चल रहा रवन्ना बजरी का खेल

 

टोंक जिले की बनास नदी से रोजाना हजारों टन बजरी खनन किए जाने का खेल आज ही नही बल्कि काफी समय से हो रहा है।लेकिन न तो खनिज विभाग न ही जिला प्रशासन ने कोई बड़ी कार्यवाई की ।

मांसी नदी लीज होल्र्डर्स एवं रॉयल्टी ठेकेदार सहित खनिज विभाग की मिली भगत से बनास नदी से अवैध खनन को दो नम्बर से एक नम्बर में किए जाने के लिए रवन्ना मांसी का दिया जा रहा है जो आज भी जारी है।

वही खनिज विभाग टोंक के अधिकारी कार्यालय मे बैठकर बजरी ठेकेदार के गुर्गा से साथ पंखे की हवा खा रहे है सरकार के रवन्ना जैसे संगिन मामले को नजर अदाज करना बंहुत बडा मामला है ।

सरकार ने समय रहते ध्यान नही दिया तो सरकार को राजस्व का भारी नुकसान सहना पड सकता ।वही टोंक खनिज विभाग के अधिकारीयों की मिलीभगत होना साफ साफ दर्शाता है।