चलती ट्रेन में लूटे तीन करोड, अब पुलिस के शिकंजे में फंसा

अजमेर

बान्द्रा-उदयपुर चलती ट्रेन से 8 जनवरी को दो करोड़ 75 लाख रुपए के सोने और चंादी के जेवरात लूट के मामले में राजकीय रेलवे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लूट के इस मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों की संख्या छह हो चुकी है। अन्य की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों से 550 ग्राम सोना और साढ़े छह सौ ग्राम चांदी के गहने बरामद किए गए।

जीआरपी की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नीना सिंह के अनुसार जीआरपी थाना अजमेर ने लूट के आरोपी दलवाड़ा आबू पर्वत सिरोही निवासी दलपत सिंह उर्फ राहुल सोलंकी को उसके ठिकाने से दबोचा। उसकी तलाश में जीआरपी का दल श्रीरामपुर अहमदगनर महाराष्ट्र गया था। दल के वहां पहुंचने के एक दिन पूर्व ही आरोपी आबूरोड आ गया। सोलंकी और उसके  साथियों पर बान्द्रा-उदयपुर ट्रेन के एसी कोच से आठ किलो 48 ग्राम सोने के जेवरात लूटने का आरोप है। इस संबंध में यश गोल्ड मुंबई के कर्मचारी नरेन्द्र कुमार व विपुल रावल ने 8 जनवरी को जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी रामावतार ने बताया कि लूट के आरोप में वारदात करवाने वाले कंपनी कर्मचारी नरपत कुमार माली और दिनेश चौधरी को पूर्व में पकड़ा था तथा उनके निशानदेही पर मुख्य आरोपी दीपक जोशी उर्फ दीपिया सहित सुरेश विश्नोई तथा लक्ष्मण कुमार माली उर्फ लक्की को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

कंपनी के कर्मचारी नरपत और दिनेश ने लूट की साजिश को अंजाम देने के लिए दलपतसिंह पर भरोसा किया। एक दोस्त की मार्फत दीपक ने मिलकर गिरोह तैयार किया। रैकी के बाद दलपत सिंह, गिरोह का एक सदस्य नरेन्द्र और विपुल के साथ बोरीवली से उदयपुर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। भीलवाड़ा स्टेशन से ट्रेन रवाना होते ही दलपत जेवरात से भरा बैग लूटकर चलते ट्रेन से कूद गया, जबकि उसके साथी को यात्रियों के सहयोग से पकड़कर जीआरपी के हवाले कर दिया था। बैग लेकर कूदे दलपत को गिरोह के अन्य साथी फोच्र्यूनर में बैठाकर ले गए और चार लाख रुपए उसे लूट का हिस्सा देकर भीलवाड़ा हाईवे पर छोड़ गए। जहां से ये आरोपी हैदराबाद चला गया। वहां से गुजरात, आंध्रप्रदेश, मुंबई और महाराष्ट्र जाकर दुबक गया।