कोटा
हाड़ौती में लगातार पांचवें दिन इन्द्रदेव मेहरबान रहने के कारण नदी-नाले उफान पर आने से कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। बस्तियों के जलमग्न होने के कारण सैकड़ों लोगों ने अपनी छतों पर चढ़कर अपनी जान बचाई। जिला प्रशासन ने उनको बचाने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। इस जलमग्न में धार्मिक स्थल खड़े गणेश जी में भी कई फीट पानी भर गया। हवा के साथ तेज बारिश होने से कोटा जिले की चम्बल, पार्वती व बूंदी जिले की घोड़ा पछाड़ नदियां उफान पर आ गई है।
इससे खातौली-श्योपुर, इटावा-सवाईमाधोपुर मार्ग, नमाना-बरूंधन, श्यामू-नमाना व बूंदी-नमाना मार्ग बंद रहे। शहर में देर रात शुरू हुआ तेज बारिश का दौर रविवार को सवेरे 11 बजे तक चला। इससे शहर पानी-पानी हो गया। चम्बल नदी में पानी की आवक बढ़ गई,जिससे बैराज के गेट भी खोले गए। तेज बारिश से साजीदेड़़ा व भंवरकुंज पर चादर चल पड़ी। गेपरनाथ नाले पर उफान से प्रशासन ने धार्मिक स्थल गेपरनाथ पर श्रद्धालुओं का आवागमन बंद कर दिया। शहर के अनंतपुरा थाना क्षेत्र में कई बस्तियां में 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। सिविल डिफेंस की टीमों ने लोगों को बचाने के लिए नाव से रेस्क्यू शुरू किया और बाहर निकाला। कैथून रोड पर मेरी गार्डन के पास होटल के पास की कॉलोनी में पानी भर गया।
यहां पर भी लोगों ने अपने मकानों की छतों पर चढ़कर जान बचाई।
शहर में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते शहर की कई कॉलोनियों जलमग्न हो गई हैं। बताया जा रहा है कि कॉलोनियों में पानी भर जाने से लोगों का लाखों रुपयों का नुकसान हो गया है। वही शहर की तलवंडी,दादाबाड़ी, जवाहर नगर व ज्ञान सरोवर कॉलोनियों के घरों में पानी घुसने के कारण लोग देर रात से ही पानी की निकासी की जुगाड़ में लगे रहे। वहीं नाले उफान पर आने से शहर की सड़कें दरिया बन गई है। साथ ही निचली बस्तियों में जल भर जाने से लोगों को दूसरी जगह शरण लेना पड़ रहा है।
शहर में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते शहर की कई कॉलोनियों जलमग्न हो गई हैं। बताया जा रहा है कि कॉलोनियों में पानी भर जाने से लोगों का लाखों रुपयों का नुकसान हो गया है। वही शहर की तलवंडी,दादाबाड़ी, जवाहर नगर व ज्ञान सरोवर कॉलोनियों के घरों में पानी घुसने के कारण लोग देर रात से ही पानी की निकासी की जुगाड़ में लगे रहे। वहीं नाले उफान पर आने से शहर की सड़कें दरिया बन गई है। साथ ही निचली बस्तियों में जल भर जाने से लोगों को दूसरी जगह शरण लेना पड़ रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रशासन से बात कर कोटा शहर को बाढ़ से बचाने के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके बाद जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने अधिकारियों की बैठक बुलाकर पानी की निकासी की योजना बनाई और तुरंत प्रभाव से शहर की सभी पानी से घिरी हुई कॉलोनियों की ओर रेस्क्यू टीम को रवाना किया।
कोटा के अनतपुरा क्षेत्र में तालाब गांव टापू बन गया। यहां पर करीब 200 मकान पानी से घिर गए। इस दौरान बचाव दल के जवानों ने रेस्क्यू कर सैकड़ों लोगों को बाहर निकाला।
कोटा के अनतपुरा क्षेत्र में तालाब गांव टापू बन गया। यहां पर करीब 200 मकान पानी से घिर गए। इस दौरान बचाव दल के जवानों ने रेस्क्यू कर सैकड़ों लोगों को बाहर निकाला।