
टोंक । जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के प्रयासों से जिले में चने की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद के लिए 36,000 कट्टे आए हैं।
राजस्थान राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (राजफैड) की तरफ से मुहैया कराए गए इन कट्टों को आनुपातिक रूप से सभी खरीद केंद्रों को वितरित कर दिया है, जिससे जिले में चने की खरीद फिर शुरू हो सकेगी।
टोंक में सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार रोहित सिंह ने बताया खरीद केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे जिले में बारदाना उपलब्ध होने के बारे में किसानों को सूचित कर दें।
उन्होंने कहा कि सरसों खरीद के लिए जिले में 12,000 कट्टे उपलब्ध हैं। जिले में सरसों और चने के लिए बारदाने की मांग के बारे में राजफैड को अवगत करा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशों के मुताबिक जिले में 29 खरीद केंद्रों पर 10 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की खरीद की जा रही है।
इन 29 खरीद केंद्रों में 10 क्रय-विक्रय सहकारी समितियां (केवीएसएस) और 19 ग्राम सेवा सहकारी समितियां (जीएसएस) शामिल हैं। जिले में अब तक सरसों बेचने के लिए 8,141 और चना बेचने के लिए 5,781 किसानों ने पंजीयन कराया है।
इनमें से 2,234 किसान सरसों और 3,784 किसान चने की तुलाई करा चुके हैं। जिले में करीब एक सप्ताह से चने की खरीद के लिए बारदाने की कमी के कारण खरीद प्रभावित हो रही थी। इस पर जिला कलेक्टर ने प्रयास कर राजफैड से 36,000 कट्टे मंगवाए हैं। खुले बाजार में चने और सरसों के भाव कम होने से किसान खरीद केंद्रों पर अपनी उपज बेचने के लिए उमड़ रहे हैं।