जयपुर/ राष्ट्रपति चुनाव के बाद राजस्थान में एक बार फिर से सियासी हलचल शुरू हो गई है और संगठन में बदलाव के साथ ही मंत्रिमंडल में भी फेरबदल की कवायद अंतिम दौर में चल रही है और इस पर आलाकमान के साथ मंथन के बाद कभी भी राजस्थान को नया प्रदेशाध्यक्ष मिलने के साथी मंत्रिमंडल में भी बदलाव हो सकता है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान में ब्राह्मण मतदाताओं को अपने पक्ष में करने तथा सर्वमान्य व्यक्ति जिसका चेहरा निर्विवाद और सबको एक मत हो ऐसे नेता को कांग्रेसका प्रदेश अध्यक्ष बनाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कि आलाकमान के साथ हुई मंथन में मंत्रणा के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर किसी ब्राह्मण चेहरा बिठाए जा सकता है और इस दौड़ में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तथा वर्तमान शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला और पूर्व चिकित्सा मंत्री तथा गुजरात के पूर्व प्रभारी डॉ रघु शर्मा के नाम सामने आए हैं । इन दोनों नामों में से डॉक्टर बी डी कल्ला का नाम दौड़ में सबसे आगे है और डाकला के नाम पर सर्वसम्मति बनने की संभावना तथा कला के प्रदेशाध्यक्ष बनने की संभावना है ?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बात संगठन बदलाव और जिला अध्यक्षों की घोषणा तथा जिला स्तर पर संगठनों मंडल स्तर पर मंडलों में बदलाव होगा
मंत्रीमंडल मे फेरबदल
संगठन में बदलाव के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में भी बदलाव होगा और जिन मंत्रियों की कार्यशैली और कार्यप्रणाली को लेकर मिल रही शिकायतें तथा विधायकों की नाराजगी के कारण उनकी मंत्रिमंडल से छुट्टी होना तय है मंत्रिमंडल से छुट्टी होने वाले मंत्रियों में कांग्रेश के अलावा गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे विधायक जिनमें से मंत्री बनाए गए हैं उनमें से भी मंत्रियों की छुट्टी होना तय है प्रमंडल फेरबदल में पूर्व मंत्री डॉ रघु शर्मा और हरीश चौधरी के पुनः मंत्री बनने की भी संभावना है ।
हालांकि राजनीति में ऐन वक्त पर निर्णय बदल जाते हैं और परिस्थितियां बदल जाती है लेकिन यह तो तय है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से गोविंद सिंह डोटासरा को मुक्त किया जाकर उनको एक बार फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी ब्राह्मण चेहरे को काबिज किया जाएगा