पहले घर से भागे, परिजनों ने पकडा तो तीन दिन बाद एक ही फंदे पर झूला विवाहित प्रेमी युगल

करीब छह माह से हनुमान और प्रियंका में प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ, जिसकी जानकारी परिजनों को भी लग चुकी थी

जयपुर 

आमेर इलाके में श्मशाम के पास  पेड़ से फंदा लगाकर शनिवार देर रात  प्रेमी युगल ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान हनुमान सहाय मीणा (26) निवासी शीरों की ढाणी गांव नवसा आमेर और  प्रियंका मीणा (24) निवासी बंधा की ढाणी गांव नवसा आमेर के रूप में हुई है।

घटनाक्रम के मुताबिक, शनिवार देर रात गांव नवसा में साहावास स्थित श्मशान के पास पेड़ से रस्सी का फंदा लगाकर प्रेमी-प्रेमिका ने खुदकुशी कर ली। रविवार सुबह पेड़ से फंदे से लटके शवों को देखकर स्थानीय लोगों में सनसनी फैल गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए। जिसके बाद शवों को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए आमेर सीएससी भिजवाया। पुलिस ने मृतकों के पास किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इनकार किया है।

प्रियंका का विवाह जून,2014 में बाबूलाल मीणा से हुआ था। उससे पूर्व ही हनुमान सहाय मीणा का विवाह हो चुका था। दोनों मृतकों के दो-दो बच्चे थे। मृतक हनुमान कूकस स्थित होटल में कुक था। पुलिस का कहना है कि बाबूलाल और मृतक हनुमान सहाय दोस्त थे। जिसके चलते हनुमान का बाबूलाल के घर आना-जाना भी था। बाबूलाल के बेरोजगार होने के बाद से हनुमान  की उसकी पत्नी प्रियंका से नजदीकियां बढ़ गई। करीब छह माह से हनुमान और प्रियंका में प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ, जिसकी जानकारी परिजनों को भी लग चुकी थी।

प्रेम-प्रसंग के चलते प्रियंका और हनुमान साथ-साथ रहना चाहते थे। एक अगस्त को दोनों अपने घर से भाग गए। प्रियंका की तलाश करने पर भी नहीं मिलने पर पति ने आमेर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। हनुमान के परिजनों की ओर से गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई गई, लेकिन उसको तलाशने में लगे रहे। दो दिन साथ रहने के बाद दोनों गांव पहुंचे और एक ही रस्सी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। प्रियंका के भाई मनोज  ने बाबूलाल और उसके परिजनों के खिलाफ प्रियंका को परेशान करने का मामला दर्ज कराया है।