वन्यजीव प्रेमी मनोज तिवारी ने पकड़ कर जंगल में छोड़ा
टोंक। अगर किसी गऱीब की अपने रहने के लिये बनायी गयी घास-फूस की एक मात्र टपरी में कोई कोब्रा सांप कई घंटे तक अपना कब्ज़ा जमाये रखे तो आप खुद अंदाज़ा लगा सकते हैं कि उस परिवार का क्या हाल हुआ होगा ।
ऐसा ही मामला उस समय सामने आया है, जब जिला मुख्यालय के बहीर क्षैत्र स्थित वन विभाग की फूल बाग़ नर्सरी के ठीक पीछे अपने खेत में टपरी बनाकर गुजऱ बसर करने वाले महावीर कीर की टपरी के ऊपरी भाग पर कोब्रा सांप बैठा नजऱ आया और उसकी सांस फूल गई । किसी तरह की अनहोनी ना हो इसे देखकर कीर परिवार अपना पूरा सामान टपरी से बाहर निकाल कोब्रा सांप के वहां से उतरकर चले जाने की प्रतीक्षा करने लगा, लेकिन जब एक घंटे तक भी वहां से नहीं उतरा तो उसने फूल बाग़ स्थित नर्सरी में मौजूद वन नाका सदर वीर सिंह राजावत से इस मामले मेंं मदद मांगी ।
वीर सिंह राजावत नें इस मामले की जानकारी तुरंत वन्यजीव प्रेमी मनोज तिवारी को देते हुए कोब्रा सांप को पकड़ जंगल में छोड़े जाने के लिये मदद मांगी । बाद में वहां पहुंचे मनोज तिवारी ने जब कोब्रा सांप को टपरी के ऊपर से नीचे उतारने की कोशिश की तो वह टपरी के भीतर एक भगोनी के ऊपर आकर बैठ गया ।
यहां तिवारी नें कुछ ही देर बाद कोब्रा सांप को वहीं पर तैयार किये स्नैक बैग में क़ैद कर कीर परिवार को दहशत से मुक्ति दिला दी। बाद में इस कोब्रा सांप को वन नाका सदर प्रभारी वीर सिंह राजावत की मौजूदगी में कच्चा बंधा वन क्षैत्र में छोड़ दिया गया
तिवारी ने बताया कि पकड़ा गया सांप नाजा नाजा प्रजाति की मादा कोब्रा थी जो कि सांपों के बेहद ज़हरिली प्रजाति में शुमार है और इसके दंश पर पीड़ित को समुचित उपचार नहीं मिलने पर मौत सुनिश्चित है ।