सीकर/ जयपुर जिले के रेनवाल गांव के एक युवक को एक फोन पर कॉल रिसीव करने की कीमत ढाई लाख रुपए पड़ गई जब उसे इस कॉल के जरिए एक गिनती और एक महिला सहित तीन जनों ने हनी ट्रैप में फंसा ने की कोशिश की और घटना के शिकार युवक की रिपोर्ट पर खाटू श्याम थाना पुलिस ने साइबर तकनीकी से कार्रवाई करते हुए एक गिनती और महिला सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया है ।
सीकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि सोमवार को किशनगढ़ रेनवाल जिला जयपुर ग्रामीण निवासी 32 वर्षीय युवक राम सिंह ने थाना खाटू श्याम जी में एक परिवाद दिया। जिसमें बताया कि 30 अप्रैल को उसके पास अंजान नंबर से एक युवती का कॉल आया।
जिसने उसे जीजाजी संबोधित कर पहचानने के लिए कहा। नही पहचानने पर सुमन नाम बता कर खाटूश्यामजी मिलने के लिए बुलाया। उसी दिन वह युवती से मिलने के लिये खाटूश्यामजी चला गया। खाटूश्यामजी में मिली युवती उसे एक होटल में ले गई। अगले दिन एक अन्य महिला ने युवक को कॉल कर अपने आपको सुमन की मां बताया और कहा कि कल तुम्हें और मेरी बेटी को मेरे जमाई ने देख लिया है, तुम आकर राजीनामा कर लो। जब वह युवक खाटूश्यामजी गया तो उन महिलाओं ने रेप के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर ढाई लाख रुपए मांगे।
एसपी राष्ट्रदीप ने बताया कि परिवाद की सत्यता के लिए थानाधिकारी रिया चौधरी के नेतृत्व में खाटूश्यामजी थाने से हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार व मुकेश कुमार एवं कांस्टेबल राजूराम, जुगल व मुकेश की टीम गठित की गई। थानाधिकारी रिया चौधरी ने एक जाल बिछाया। युवक को ₹1लाख देकर महिलाओं द्वारा बताई गई जगह मण्डा चौराहे पर भेजा। जैसे ही उन महिलाओं ने युवक से पैसे लिए पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया।
युवक से हनी ट्रैप के इस मामले में नारंगी देवी बावरिया पत्नी श्रवण लाल (50) निवासी सुंदरपुरा थाना रानोली सीकर, सुमन देवी बावरिया पत्नी सागर मल (20) निवासी चैनपुरा थाना खाटू श्याम जी तथा प्रेम देवी बावरिया पत्नी राजेश कुमार (20) निवासी बधाल थाना रेनवाल जिला जयपुर ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया है।
कैसे फंसाते हनी ट्रैप मे
गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ में सामने आया कि ये महिलाएं किसी भी प्रतिष्ठित मॉल या दुकान से किसी के भी मोबाइल नंबर लेकर उन्हें कॉल करती है और अपनी बातों में फंसा कर या कोई रिश्ता निकालकर कहीं मिलने के लिए बुलाती है। उसके बाद शिकार को बात करने के बहाने होटल लेकर जाती हैं। बाद में रेप या अन्य झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग की जाती है।
पहले भी इन महिलाओं द्वारा कई अन्य जगह ऐसी वारदातों को अंजाम देना बताया, पर लोक लज्जा के कारण किसी भी पीड़ित ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया था।