भीलवाड़ा/ जिले के एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका को धर्म विरोधी किताबें बांटने और विद्यार्थियों को भड़काने का खामियाजा इतना भारी पड़ा की सरकारी नौकरी से सस्पेंड तो होना ही पड़ा अब जेल की सलाखों के पीछे पहुंचकर जेल की हवा खानी पड़ रही है।
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विदित है जिले के आसींद उपखंड के रूपपुरा गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में गत 2 मार्च को विद्यालय की शिक्षिका निर्मला कामड पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले पुस्तक विद्यार्थियों को बांटे और भड़काने के आरोप को लेकर मामले ने तूल पकड़ा और हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने शिक्षिका निर्मला के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए स्कूल की तालाबंदी, धरना प्रदर्शन किया और थाने में मामला दर्ज कराया।
इस पर विभागीय स्तर पर शिक्षा विभाग ने उसे निलंबित करते हुए पहले मुख्यालय सुवाणा ब्लॉक किया और उसके बाद कल उसका मुख्यालय अजमेर कर दिया गया है वहीं दूसरी ओर पुलिस में कल शिक्षिका निर्मला कामड को गिरफ्तार कर भीलवाड़ा कोर्ट में पेश किया जहां से उनकी जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज कर जेल भेजने के आदेश दिए ।
भीलवाड़ा में ऐसी ही मिलती जुलती घटना और सामने आ सकती है । ऐसी चर्चाएं विभाग मे है।