जयपुर
ब्रेस्ट कैंसर में सर्जरी के बाद अक्सर मरीज के हाथ में सूजन आ जाती है। इसके कारण कैंसर हो जाता है लेकिन इलाज की नई तकनीकों में ऐसी सूजन की शिकायत नहीं रहेगी, इसके लिए कांख में मौजूद लिम्फनोड की सर्जरी छोटी कर दी जाती है जिससे सूजन की शिकायत नहीं होगी। यह बात इंटरनेशनल ब्रेस्ट कैंसर कान्फ्रेन्स के दूसरे दिन शनिवार को विशेषज्ञों ने नई तकनीकों पर चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए एक ऐसी मशीन आ गई है जो शरीर में मौजूद लिम्फनोड को आसानी से पहचान लेती है जिससे कैंसर को जल्दी पकड़ा जा सकता है।
एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन्स, एसएमएस मेडिकल कॉलेज का प्लास्टिक सर्जरी विभाग, सीतादेवी हॉस्पिटल एवं राजस्थान ब्रेस्ट आंकोलॉजी ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कॉन्फ्रेन्स के दूसरे दिन शनिवार को विशेषज्ञों ने इलाज की तकनीकों की जानकारी दी। इसके विभिन्न सत्रों में देश-विदेश से आए डॉक्टर्स ने ब्रेस्ट कैंसर में रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी की उपयोगिता, ट्रिपल नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर की चुनौतियां, ब्रेस्ट सर्जरी में एडवांस इमेजिंग आदि के बारे में चर्चा की।
इंग्लैंड से आए डॉ. आशुतोष कोठारी ने बताया कि ब्रेस्ट सर्जरी के प्रभाव को कम करने के लिए अब ट्यूमर का डीएस्केलेशन किया जाने लगा है। इससे ट्यूमर संकुचित हो जाता है और छोटी सर्जरी में ही मरीज का कैंसर वाला ट्यूमर निकाल दिया जाता है। यूके के डॉ. जॉन राबर्टसन, डॉ.सारा पिंडर, हैदराबाद के डॉ. पी. रघुराम, अमेरिका के डॉ. जोसफ क्लेटजैल ने भी ब्रेस्ट कैंसर की नई इलाज तकनीकों के बारे में जानकारी दी।
विशेषज्ञों ने बताया कि अब मशीन से शरीर में कैंसर का कारण बनने वाले लिम्फनोड को लाइव देखा जा सकेगा।
विशेषज्ञों ने बताया कि अब मशीन से शरीर में कैंसर का कारण बनने वाले लिम्फनोड को लाइव देखा जा सकेगा।