परिजनों के भय से गायब हुआ था लोकेश देवली गांव से लोकेश के अपहरण का मामला
देवली
देवली गांव से गत दिनों अपहरण हुए लोकेश कीर का देवली पुलिस ने बुधवार शाम आखिर पता लगा लिया। लोकेश अपने अपहरण होने का नाटक कर डर के मारे गायब हो गया था। इसे पुलिस ने टोंक के एक होटल से(राउण्ड अप)पूछताछ के लिए पकड़ लिया है।
मामले में गत 12 जुलाई को छात्र के पिता नेगडिय़ा निवासी सरमा कीर ने मामला दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि गत 10 जुलाई को देवली गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से उसके पुत्र को कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। बाद में मामले की गंभीरता को देखकर गत दिनों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोवर्धन लाल देवली जांच के लिए आएं। इस दौरान सभी पुलिस थानों में छात्र की फोटो व जानकारी भिजवा दी गई।
घरवालों के भय से गायब हुआ छात्र-:
पुलिस उपाधीक्षक नानगराम मीणा ने बताया कि 10 जुलाई को लोकेश को कुछ लोग देवली गांव से उठाकर ले गए। जहां रीकों में उसके साथ हाथापाई कर उसे छोड़ दिया। इसके बाद छात्र काफी डऱ गया तथा टोंक चला गया। बाद में जब उसे देवली पुलिस थाने में उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के सूचना मिली तो, उसने परिजनों के भय से घर नहीं जाने का निर्णय किया। इस दौरान वह टोंक के एक होटल में मजदूरी कर कुछ पैसे कमा कर जयपुर चला गया।
वहां उसने काम ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इस पर वह वापस टोंक आ गया। जहां वह जयपुर रोड़ पर बनास पुलिया के समीप स्थित देवनारायण होटल पर तीन दिन से काम कर रहा था। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि बुधवार को मुखबीर से छात्र के टोंक होने के सूचना मिली तो, उन्होंने पुलिस को भेजकर लोकेश का राउण्ड अप (पूछताछ) के लिए पकड़ लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।