
भीलवाडा
कस्बे में शीतला माता मंदिर के सामने एक मकान में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान खुदाई करते समय एक जिन प्रतिमा निकली है, जो कि जैन धर्म से जुड़ी हुई है। मकान मालिक ने इसकी सूचना स्वस्ति धाम में दी। इस पर जैन समाज के प्रबुद्धजन वहां पहुंचे, जिन्हें मकान मालिक राजू मीणा ने भूगर्भ से निकली प्रतिमा सौंपी।
समाज के लोग प्रतिमा को स्वस्तिधाम ले गए और भगवान को वहां विराजमान किया। उल्लेखनीय है इसी मकान के पास रहने वाले एक मुस्लिम परिवार के मकान निर्माण के दौरान गत वर्ष 23 जैन प्रतिमाएं जैन धर्म से जुड़ी हुई निकली। इनमें भगवान मुनिसुव्रत नाथ की प्रतिमा भी शामिल है, जो की स्वस्तिधाम में विराजमान है। कस्बे में एक बार और उसी स्थल के पास भूगर्भ से फिर प्रतिमा प्रकट होने से जैन धर्म के अनुयायियों में खुशी व्याप्त हो गई है। वहीं स्वस्तिधाम में प्रतिमा दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम शुरू
कस्बे में एक और जिन प्रतिमा निकलने पर स्वस्ति भूषण माताजी ने खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि जहाजपुर अतिशयकारी क्षेत्र रहा है और यहां भगवान मुनिसुव्रतनाथ के प्राकट्य स्थल के पास राजू मीणा के घर पर खुदाई के दौरान एक प्रतिमा निकली। इसके साइज सवा ग्यारह इंच प्रतिमा स्वस्तिधाम में विराजित है। पत्रकारों से बातचीत में स्वस्ति भूषण माताजी ने कहा कि आज से ही यहां चातुर्मास कलश स्थापना का कार्यक्रम शुरू हो गया। माताजी ने आचार्य ज्ञानसागर महाराज एवं एवं स्वस्ति भूषण माताजी के सानिध्य में एक ऐतिहासिक वह भव्य पंचकल्याणक महोत्सव 31 जनवरी से 7 फरवरी, 2020 तक मनाने की घोषणा की।