श्रीगंगानगर । सदर थाना पुलिस ने कॉल स्पूफिंग के द्वारा प्रॉपर्टी व्यवसाई (property dealer) से पूर्व कलेक्टर बन 6 लाख रुपयों की ठगी करने के मामले में शुक्रवार को पाली जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के रजत नगर निवासी शातिर ठग सुरेश कुमार उर्फ भेरिया उर्फ भेरा पुत्र भंवरलाल घांची (34) को गिरफ्तार किया है। जिसे कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर ठगी की रकम एवं अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
श्रीगंगानगर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि 12 अप्रैल को रिद्धि सिद्धि एनक्लेव श्रीगंगानगर निवासी प्रॉपर्टी व्यवसाई सुनील गोयल ने रिपोर्ट दर्ज कराते बताया कि आज मुकेश शाह के मोबाइल नंबर पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने कॉल स्पूफिंग ऐप के जरिए कॉल कर पूर्व कलेक्टर जाकिर हुसैन के नाम से 6 लाख रुपयों की ठगी की है। रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर सीओ अरविंद कुमार के सुपर विजन एवं थानाधिकारी कुलदीप सिंह के नेतृत्व में थाना सदर से एसआई संदीप कुमार, एएसआई राजेंद्र स्वामी, कॉन्स्टेबल भरत शर्मा व सुभाष कुमार एवं साइबर स्पेशलिस्ट कांस्टेबल चंद्रप्रकाश की टीम का गठन किया गया।
एसपी शर्मा ने बताया कि जांच में सामने आया कि जिस नंबर से प्रॉपर्टी व्यवसाई को कॉल आया था, उसी नंबर से वर्तमान एसडीएम श्रीगंगानगर उम्मेद सिंह रतनु एवं थानाधिकारी कोतवाली विश्वजीत सिंह के पास भी कॉल आई थी।
कॉलर ने स्वयं को रिटायर्ड प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी बता कर जानकारी हासिल करनी चाही थी। टीम ने घटना को अंजाम देने वाले शातिर ठग रमेश कुमार को मात्र 24 घंटों में चिन्हित कर शुक्रवार को पाली से गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में साइबर टीम के कॉन्स्टेबल चंद्र प्रकाश की विशेष भूमिका रही है।
एसपी शर्मा ने बताया कि पुलिस अनुसंधान में यह भी सामने आया कि शातिर ठग सुरेश कुमार साल 2006 से संपूर्ण राजस्थान व मध्य प्रदेश एवं अन्य स्थानों पर उच्च अधिकारी या राजनेता बनकर कॉल स्पूफिंग एवं साइबर तकनीक का सहारा लेकर आम आदमियों से लेकर प्रतिष्ठित व्यवसाईयों से ठगी करता है तथा प्रतिरूपण कर छल व धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देता है। आरोपी के विरुद्ध विभिन्न थानों में सट्टा, चोरी, धोखाधड़ी व उद्यापन के करीब 70 मामले दर्ज हैं।