सीकर/ इस दुनिया में मां एक ऐसा शब्द है जो अपने बच्चों की खुशी के लिए सब कुछ न्योछावर कर देता है और बच्चों की प्रगति और उन्नति को लेकर हर संभव प्रयास करता है यही नहीं बच्चों की उन्नति और प्रगति होने पर खुश होता है लेकिन अब बात करो 1 माह अपने बेटे उन्नति अर्थात अपने बेटे के नाम उसके दादा द्वारा संपत्ति नाम करने पर एशिया वर्ष रूठ गई यही नहीं उस्मान नौटंकी करते हुए वीरू गिरी दिखा पानी की टंकी पर चढ़ गई और संपत्ति अपने बेटे के नाम से वापस लेकर बटवारा करने की जिद पर अड़ गई पुलिस और ग्रामीणों ने टंकी पर चढ़ी महिला को बड़ी मुश्किल से नीचे उतारा ।
घटना शेखावाटी अंचल के सीकर जिले के ताजिया थाना अंतर्गत कटराथल गांव की है जहां रहने वाले मोहन लाल ने अपनी पैतृक संपत्ति अपने पोते हरदम के नाम कर दी थी इसी को लेकर महिला ने हंगामा किया।
दादिया थानाधिकारी सुभाष चंद के अनुसार कटराथल गांव की विमला देवी (60) टंकी पर चढ़ गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। महिला ने चिल्लाकर कहा कि उसके ससुर मोहनलाल ने संपति का गलत बंटवारा किया है। महिला ने दोबारा बंटवारे की मांग की और नीचे उतरने से मना कर दिया। मौके पर मौजूद उसका पति महिपाल और बेटा हरदम नीचे उतरने के लिए मनाते रहे। पुलिस के कुछ जवान गांवों वालों के साथ टंकी पर चढ़ गए। तब भी महिला ने बंटवारा वापिस होने पर ही टंकी से उतरने की बात कही। पुलिस ने समझाया और दोनों पक्षों को बैठाकर बात करने का आश्ववासन दिया। एक घंटे के तमाशे के बाद महिला नीचे आई।
थानाधिकारी के अनुसार महिला को थाने लाकर बयान लिया गया। महिला ने बताया कि उसके ससुर बीमार रहते है। कुछ दिन पहले उन्होंने 7 बीघा खेती अपने पोते हरदम (34) के नाम कर दी। अपने बेटे के नाम जमीन होने के बाद महिला विरोध कर रही है। उसका कहना है कि बेटा खेतीबाड़ी करता है। इसके बावजूद उसने जमीन बेचने का सौदा कर दिया। जमीन बिकने से रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। महिला ने पति व उसके नाम भी जमीन का कुछ हिस्सा देने को कहा।
दारिया थाना अधिकारी सुभाष चंद्र के अनुसार महिला विमला देवी के बेटे का कहना है कि उसकी मां उससे किसी न किसी बात पर झगड़ा करती है। कई महीनों से दोनों के बीच बोलचाल बंद है। मामले में प्रशासन जो फैसला करेगा वह उचित होगा।
एसडीएम गरिमा लाटा के अनुसार पर लगातार जलदाय विभाग की पानी की टंकियों पर चढ़ने जैसी घटना सामने आ रहा हैं। ऐसे में जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उचित कार्रवाई करें।