अगस्त में होगी केंसर पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी व कार्यशाला
Shahpura News / मूलचन्द पेसवानी। आयुर्वेद विभाग भीलवाड़ा की ओर से जिले के आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारीयों का वनौषधि शैक्षणिक भ्रमण आज श्री नवग्रह आश्रम मोतीबोर का खेङा में सम्पन्न हुआ । इस दौरान चिकित्सकों ने ओषधि पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कई चिकित्सकों ने पहली बार एक परिसर में इतनी तादाद में पौधे देखें और विस्तार से उनके गुणों की जानकारी आश्रम संस्थापक हंसराज चौधरी से प्राप्त की।
इस मौके पर हंसराज चौधरी ने चिकित्सकों को बताया कि अब केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने आर्युवेद को बढ़ावा देने का निश्चय किया है, सरकार बजट बढ़ाने के साथ सभी सम्भव प्रयास कर रहा है। चिकित्सक पूर्ण मनोयोग से रोगोपचार कर आर्युवेद को बढ़ावा देवे क्यों कि उन का दायित्व ज्यादा है। उन्होंने आश्रम के तत्वावधान में कैंसर विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी व कार्यशाला अगस्त 2020 में आयोजित करने की भी जानकारी चिकित्सकों को दी। जिसमें दुनिया भर के केंसर विशेषज्ञ भाग लेंगे।
इस दौरान सर्वप्रथम नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के संस्थापक वैध हंसराज चौधरी ने नो ग्रहों के नो पौधों यथा सूर्य का अर्क, चन्द्र का पलाश, मंगल का खैर, बुद्ध का अपामार्ग, बृहस्पति का पीपल, शुक्र का गूलर, शनि का शमी, राहू का दुर्वा, केतु का कुश का अवलोकन कराया । इसके बाद आश्रम स्थित औषध पादप वाटिका में सात प्रकार की तुलसी, सीता अर्जुन, रामफल, कदम, बोधिवृक्ष , दो प्रकार के सिन्दूर, तीन प्रकार के चन्दन, मधुनाशनी, दमाबेल, अमृता एवं धृतकुमारी की विभिन्न प्रजातियों के साथ लगभग एक सो पचास औषधियों के गुण, धर्म तथा उनके उपयोगिता की जानकारी दी साथ ही देशभर में कैंसर के ईलाज के लिए प्रसिद्ध संस्थान में कैंसर रोग की जानकारी एवं उसके उपयोग में आने वाले घटक द्रव्यों की जानकारी दी गई।
आश्रम में गौशाला की गिर प्रजाति की गायों के गौमूत्र, दूध, एवं धी की उपयोगिता को बताया गया । नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के संस्थापक वैध हंसराज चौधरी ने भ्रमण पर आए चिकित्सा अधिकारीयों को संस्थान का साहित्य एवं प्रशस्ति पत्र भेंट प्रदान कर सम्मानित किया ।
आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉ सतीश चन्द्र शर्मा ने वनौषधि शैक्षणिक भ्रमण की राज्य सरकार की उपलब्धि पर प्रकाश डाला । संस्थान के सचिव जितेन्द्र चौधरी ने स्वागत भाषण किया। भ्रमण के दौरान डॉ कैलाश नामा, डॉ जलदीप पथिक, डॉ गुलजारी लाल शर्मा, डॉ गिरिधर गोपाल शर्मा, डॉ प्रियदर्शनी शर्मा,डॉ सलीमुदीन कुरैशी ने भी अनुभव उद्बोधन दिया। सहायक निदेशक डॉ सत्य नारायण शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया ।
राजस्थान आयुष चिकित्सा अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक डॉ जलदीप पथिक ने बताया कि वनौषधि ( मेडिसिन प्लान्ट) की जानकारी एवं ज्ञानवर्धन के उद्देश्य से विभाग द्वारा वनौषधि शैक्षणिक भ्रमण किया गया ।