बाबा रामदेव मेले के दौरान लगाई गई दुकान को अतिक्रमण मान कर नहीं हटाने की एवज में पोकरण उपखण्ड अधिकारी व रामदेवरा मेलाधिकारी के एक दलाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। एसीबी जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी ने बताया कि रामदेवरा के लखसिंह की ढाणी निवासी जुगतसिंह की ओर से दो दिन पूर्व रिपोर्ट पेश की गई थी कि दलाल खेतसिंह ने उपखण्ड अधिकारी व मेलाधिकारी अनिलकुमार जैन के लिए रामदेवरा में अतिक्रमण नहीं हटाने की एवज में दो लाख रुपए की मांग की। इसमें से एक लाख रुपए पहले देना तय हुआ। जबकि एक लाख रुपए एक सप्ताह बाद।
उसने बताया कि पहले एक लाख रुपए में से 55 हजार रुपए उपखण्ड अधिकारी के वाहन चालक गणपतराम को दे दिए गए। 45 हजार रुपए शुक्रवार को देने थे। उसने बताया कि रिश्वत राशि नहीं देने पर उसकी दुकान को अतिक्रमण बताकर हटाने की धमकी भी दी गई। इसका गुरुवार को सत्यापन करवाया गया।
इसमें खेतसिंह ने उपखण्ड अधिकारी के लिए 45 हजार रुपए लेने की बात स्वीकार की। इस पर शुक्रवार की रात पौने नौ बजे दलाल खेतसिंह को 45 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। देर रात तक उपखण्ड अधिकारी अनिल कुमार जैन व चालक गणपतराम फरार थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी व चालक को शीघ्र ही दस्तयाब कर पूछताछ की जाएगी।
एसडीएम अनिल जैन का शनिवार को पूरे दिन जहां मोबाइल स्विच ऑफ रहा। वहीं एसडीएम के ड्राइवर गणपत राम मेघवाल को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम के बाड़मेर, जोधपुर और जयपुर आदि ठिकानों पर एसीबी ने दबिश दी।