सचिन पायलट का मुख्यमंत्री पर पलटवार, पायलट ने दिया मुख्यमंत्री के आरोपों पर बड़ा बयान, मुख्यमंत्री ने पहले भी नकारा निक्कमा बोला,

Sachin Pilot hit back at the Chief Minister, Pilot gave a big statement on the allegations of the Chief Minister, the Chief Minister had denied it earlier and said,

टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश के आरोपों के बाद आज सचिन पायलट ने टोंक में सत्याग्रह कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए अपनी चुप्पी तोड़ी।। मुख्यमंत्री के आरोप पर पलटवार करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ही मेरे धैर्य को मानते है, तो कहने को कुछ नही बचता है, पायलट ने कहा कि इससे पूर्व भी उन्होंने मुझे नकारा सहित बहुत कुछ कहा है, में इसे पॉज़िटिव रूप में लेता हूँ, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पितातुल्य है, वो बुजुर्ग है, काफी अनुभव है उन्हें अगर कभी कुछ कह भी दें तो इसे अनावश्यक रूप से नही लेना चाहिए।

अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर आरोप लगाया कि वो केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश में शामिल थे। दरअसल दो दिन पूर्व ही सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में सीएम गहलोत ने आरोप लगाया था कि सचिन पायलट कांग्रेस सरकार गिराने में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ साजिश में शामिल थे. गहलोत ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को टेलीफोन टेपिंग मामले में अपना वॉयस सैंपल देना चाहिए. कोर्ट ने भी केंद्रीय मंत्री को नोटिस दिया है. वह दिल्ली में मान भी चुके हैं कि फ़ोन पर बातचीत में उनका वॉयस था। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सचिन पायलट चूक गए. इसका मतलब सरकार गिराने में दोनों लोग लगे हुए थे।

गहलोत की बातों का बुरा नहीं मानता

सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान को लेकर कहा कि सीएम गहलोत वरिष्ठ अनुभवी और मेरे पिता तुल्य हैं इसलिए मैं उनके किसी भी बयान को अन्यथा नहीं लेता। उन्होंने पहले भी मुझे निकम्मा और नाकारा का था लेकिन मैं उसका भी बुरा नहीं मानता हूं कोई क्या कहता है मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरा प्रयास यही है कि प्रदेश में डेढ़ साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी फिर सत्ता में कैसे आए।

सचिन पायलट ने कहा कि 2008 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई थी लेकिन 2013 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई उस समय अगर एक विधायक भी और कम रहता तो हमें विपक्ष का दर्जा भी नहीं मिलता। हमने विपक्ष में खूब रगड़ाई खाई है और उसी की बदौलत कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी। हमारा प्रयास यही है कि जिन लोगों ने सरकार बनाने में अपना खून पसीना बहाया था उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।

राहुल गांधी ने मेरी तारीफ की, अब कहने को कुछ नहीं बचा

सचिन पायलट ने कहा कि हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंच से मेरी तारीफ की थी।उन्होंने मेरे सब्र की तारीफ करते हुए मेरी प्रशंसा की। इसके बाद अब कहने को कुछ नहीं बचता है,राहुल गांधी के बयान को किसी को भी अन्यथा नहीं लेना चाहिए और इसे पॉजिटिव रूप में देखना चाहिए। अगर फिर भी किसी को तकलीफ हो रही है तो फिर मैं क्या कर सकता हूं। गौरतलब है कि सीकर दौरे पर गए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार गिराने की साजिश में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के आपस में मिले होने का आरोप लगाया था जिसके बाद राजस्थान सियासत का पारा चढ़ गया था।