Bhilwara news (मूलचन्द पेसवानी ) – भीलवाड़ा में जिला श्रमिक संयुक्त संघर्ष समिति के बेनर तले इन्टक, एटक, सीटू, एचएमएस श्रमिक संगठनों के सैंकड़ों श्रमिकों ने बुधवार को केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। श्रमिक संगठनों के श्रमिक आजाद चैक में एकत्र होकर अपने झंडों व बेनरों के साथ सूचना केन्द्र गोल प्याऊ स्टेशन चैराहा सेशन कोर्ट होते हुए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा लाये श्रमिक विरोधी कानून वापस लो, मोदी सरकार मुर्दाबाद, इन्कलाब जिन्दाबाद, कश्मीर में तानाशाही नहीं चलेगी, कश्मीर मंे धारा 370 बहाल करो, रेलवे बैंक बीएसएनएल बेचना बंद करो, श्रमिक एकता जिन्दाबाद, विदेशी पूंजी निवेश बन्द करो, निजीकरण नहीं चलेगा, रोजी रोटी दे न सकी वो सरकार निकम्मी है – जो सरकार निकम्मी है तो सरकार बदलनी है, देश बेचना बन्द करो, महंगाई पर रोक लगाओ के गगनभेदी नारे लगाते हुये जिला मुख्यालय पहुंच कर आम सभा की। स्टेशन चैराहे पर समाजसेवी जगदीश मानसिंहका ने श्रमिक सत्याग्रहीयों का स्वागत किया।
श्रमिकों की आम सभा को इंटक के कैलाश व्यास, दीपक व्यास, रामेश्वर सोनी व एटक के का0 ओमप्रकाश शर्मा, रोड़वेज युनियन के का0 मनोहर शर्मा, का0 जमील मोहम्मद, का0 गुलाम सरवर तथा सीटू के प्रान्तीय प्रतिनिधि का0 ओमप्रकाश देवानी व का. रतनलाल खटीक, मेडिकल यूनियन के रामेश्वर ने सम्बोधित करते हुए केन्द्र व राज्य सरकार की श्रमिक कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ केन्द्र व राज्य सरकार को लताड़ा तथा सरकारों को चेताया कि अभी तो हम प्रदर्शन करके मांग पत्र दे रहे है। यदि मांगें को पूरा नहीं किया तो श्रमिक आने वाले दिनों में देश व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को मजबूर होंगे। रैली मंे एसडीटूयू व एसडीपीआई के सिकन्दर मोहम्मद, अब्दुल रज्जाक व बड़ी संख्या मंे उनकी श्रमिक साथी भी शामिल हुये।
श्रमिक संगठनों ने जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर मांग-पत्र देकर श्रमिक विरोधी कानूनी संशोधन वापस लेने, न्यूनतम मासिक मजदूरी 18000 रूपये करने, बैंक बीमा, बीएसएनएल, रेल्वे, बिजली व राज्य परिवहन निगम (रोड़वेज) का निजीकरण की नीतियां बन्द करने, निजी कारोबार में 100 प्रतिशत विदेशी पूंजी निवेश बन्द करने, महंगाई पर रोक लगाने, बैंकों का विलीनीकरण और रेलवे का निजीकरण बंद करो तथा कोरपोरेट घरानों को एनपीए देना बन्द कर उनसे वसूली सुनिश्चित करो। समान कार्य के लिए समान वेतन देने, ठेकाकरण बन्द करने की मांग की।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री के नाम दिये मांग-पत्र में श्रम विभाग भीलवाड़ा में श्रम उपायुक्त, अधिकारी 5 श्रम निरीक्षको व 1 बीएम के रिक्त पदों को तुरन्त भरने, डी.ओ.सी.डब्ल्यू. में श्रमिकों के 2 वर्षों से लम्बित पड़े शुभ शक्ति योजना, पंजियन आवेदन, छात्रवृति आवेदन व आवास योजना के आवेदनों को जो 2 वर्ष से लम्बित से पड़े है उनका समाधान करो, स्पीडफेड मिलों को चालू करो व रोड़वेज कर्मचारियांे को 7वें वेतन का लाभ दो।
एटक यूनियन के निर्माण श्रमिकों ने का0 ओमप्रकाश शर्मा, का0 जगदीश सोनी एवं का0 लोकेश रेगर, सीटू के का. रतनलाल खटीक, इंटक के शरीफ मोहम्मद के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में निर्माण श्रमिकों ने श्रम विभाग के बाहर प्रदर्शन कर श्रम उपायुक्त संकेत मोदी को मांग पत्र देकर डी.ओ.सी.डब्ल्यू. की लम्बित शुभ शक्ति, प्रसूति, आवास, छात्रवृŸिा एवं पंजीकरण के आवेदनों का शीघ्र निपटारा करने तथा जयपुर से निर्माण श्रमिकों के अधिकांश छात्रवृत्ति आवेदन निरस्त करने के खिलाफ श्रम विभाग को वास्तविकता से जयपुर के अधिकारियांे को सूचित कर निरस्तीकरण की प्रक्रिया को रोकने, डी.ओ.सी.डब्ल्यू. की लम्बित शुभ शक्ति एवं आवास योजना एवं पंजीकरण के आवेदनांे का शीघ्र निपटारा करने व भीलवाड़ा श्रम विभाग को राजनेट, इन्टरनेट सेवाआंे से जोड़ने की मांग की ताकि कमठाणा मजदूरों के लम्बित आवेदनांे का शीघ्र निपटारा किया जा सके।
रैली में छीतरमल सेन, पुरूषोत्तम शर्मा, कन्हैयालाल शर्मा, मो. इलियास, सत्यनारायण नागर, छोटू सिंह, कालू बलाई, लोकेश रेगर, का. मनोहर शर्मा, का. ओमप्रकाश देवानी, महावीर नाथावत, सीटू के महावीर सिंह, कमठाणा यूनियन के जिलाध्यक्ष रतनलाल नट, सिन्थेटिक यूनियन के साथी किशन लाल माली, रामनारायण, रामचन्द्र बुनकर, शिवराज बलाई, महेन्द्र सिंह, मंजू आचार्य एवं भारतीय बीमा निगम के साथी चन्द्रशेखर शर्मा, कैलाश पटवा, साथी इलियास आदि सैंकड़ों श्रमिकों ने जिलाधीश कार्यालय के बाहर आमसभा कर मांग पत्र दिया।