जयपुर
शास्त्री नगर इलाके में मासूम के साथ हुई दुष्कर्म की घटना से राजधानी के नॉर्थ जिले में तनाव पैदा हो गया। दुष्कर्मी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे लोगों में शामिल कुछ उपद्रवियों ने सोमवार रात जमकर उत्पात मचाया। कई वाहनों में तोडफ़ोड़ कर आग के हवाले करने की काशिश की गई। मंगलवार सुबह उस वक्त भारी अफरा-तफरी मची जब सोशल मीडिया पर बच्ची की मौत की खबर वायरल हुई।
उग्र हुए समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने अलग-अलग टोलियों में निकलकर जमकर हंगामा किया। उत्पात से प्रभावित शहर के उत्तर इलाके में कानून व्यवस्था बनाने के लिए थानों के अलावा सशस्त्र बलों को तैनात किया तो अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात हो गए। पुलिस ने अफवाहों को रोकने के लिए नॉर्थ जिले सहित आसपास के थाना क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बन्द कर दी है।
कमिश्नरेट से लेकर मुख्यालय ने पूरे घटनाक्रम पर नजर बना रखी है और समुदाय विशेष के प्रबुद्ध लोगों के साथ सीएलजी और अन्य कम्युनिटी संस्थानों के जरिए शांति बहाली की अपील की जा रही है।
सोमवार देर शाम शास्त्रीनगर इलाके में रहने वाली 7 साल की मासूम को बाइक सवार व्यक्ति ले गया। उसने खुद को बच्ची के पिता का दोस्त बताया तो मासूम उसके साथ चली गई। आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में घर के बाहर छोड़कर फरार हो गया।
पुलिस का मानना है कि दुष्कर्मी परिचित हो सकता है जिसके चलते बच्ची उसके साथ बैठकर बाइक पर चली गई। घटनाक्रम के अनुसार घर से गायब बच्ची को परिजन तलाश रहे थे कि अचानक उसके बदहवाश हालत में मिलने से सकपका गए। मासूम ने आपबीती परिजनों को बताई तो खबर आग की तरह इलाके में फैल गई।
पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया मगर वह कुछ समझपाती उससे पहले समुदाय विशेष के लोग उग्र हो गए। गुस्साई भीड़ ने कांवटिया सर्किल पर दुष्कर्मी को गिरफ्तार करने की मांग शुरू कि तो बवाल मच गया। प्रदर्शनकारियों में शामिल कुछ उपद्रवियों ने दर्जनों वाहनों में तोडफ़ोड़ कर राहगीरों पर भी हमला बोल दिया। देखते ही देखते इलाका छावनी में तब्दील हो गया जो मंगलवार शाम तक जारी रहा।
13 थाना क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद की हैं जिनमें ज्यादातर नॉर्थ जिले के थाने शामिल हैं। सम्भागीय आयुक्त केसी वर्मा के अदेशानुसार कमिश्नरेट के रामगंज, गलतागेट, माणकचौक, सुभाषचौक, ब्रह्मïपुरी, नाहरगढ़, कोतवाली, संजय सर्किल, शास्त्रीनगर, भट्टाबस्ती, लालकोठी, आदर्श नगर और सदर थाने के इलाके शामिल हैं। इंटरनेट सेवाएं मंगलवार दोपहर 2 से बुधवार सुबह 10 बजे तक बन्द रहेंगी। जरूरत पडऩे पर इसे बढ़ाया या हटाया जा सकता है।
दुष्कर्मी की गिरफ्तारी को लेकर सड़कों उतरे उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। राहगीरों को निशाना बनाते हुए घरों के बाहर खड़े दो दर्जन से ज्यादा वाहनों को क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले करने का प्रयास किया। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा उत्पातियों को चिह्निïत कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस फुटेजों के आधार पर भीड़ को उकसाने और अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ धर-पकड़ अभियान चला रही है। वहीं सोशल मीडिया पर बच्ची की मौत की अफवाह फैलाकर माहौल बिगाडऩे वालों को भी राडार पर लिया जा रहा है।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह नहीं फैलाने की अपील की है। बच्ची को खतरे से बाहर बताते हुए उसका समुचित तरीके से जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है। रात से प्रकरण में नेता अपने-अपने बयान देने लग गए।
मंगलवार को अस्पताल पहुुंचे परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बच्ची के हालचाल जाने तो भाजपा नेता सुमन शर्मा सहित अन्य नेताओं ने उसके परिजनों से बातचीत कर दर्द बांटा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जंगा श्रीनिवास राव ने भी बच्ची के हालातों का अस्पताल पहुंचकर जायजा लिया। दूसरी ओर भाजपा के पूर्व विधायक मोहन लाल गुप्ता और सुरेन्द्र पारीक भी अपने समर्थकों के साथ निकले तो तोडफ़ोड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग।
मामला उस वक्त बढ़ा जब उनके समर्थक पुलिस से भी भिड़ गए। उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर टकराव की स्थिति बनी तो पुलिस ने होशियारी से उसे टाल दिया।