विधानसभा में राजकुमार शर्मा ने आरोप  लगाया भाजपा सरकार में ​शिक्षा विभाग में शुरू हो गया था तबादला उद्योग

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जयपुर

पिछली वसुंधरा सरकार में शिक्षा विभाग में तबादलों के फेर में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। यह गंभीर आरोप श्ुाक्रवार को राज्य विधानसभा में शिक्षा एवं कला संस्कृति की अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक राजकुमार शर्मा ने लगाए। उन्होंने पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी की ओर इशारा करते हुए कहा कि पिछली सरकार में शिक्षक तबादलों में 2 से 3 लाख रुपए लिए गए थे। इन आरोपों को सुनकर सदन में बैठे देवनानी एकाएक भड़क उठे।

निजी स्कूल और कॉलेज संचालकों की मनमानी

 

देवनानी ने कहा कि सदन में सबूतों के बिना इस तरह के आरोप नहीं लगा सकते, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने भी इस पर आपत्ति जताई और बिना सबूतों के आरोप लगाने को संसदीय प्रक्रिया के खिलाफ  बताया। इस पर सभापति राजेन्द्र पारीक ने हस्तक्षेप करते हुए सबूतों के आधार पर ही सदन में चर्चा करने के निर्देश दिए। इसके जवाब में राजकुमार शर्मा ने कहा कि आगे से सबूत लेकर ही सदन में आएंगे। अनुदान मांगों पर शर्मा निजी स्कूल और कॉलेज संचालकों की मनमानी पर जमकर बरसे। उन्होंने निजी शिक्षण संस्थान संचालकों को शिक्षा माफिया बताते हुए कहा कि शिक्षा इन लोगों ने शिक्षा को ही बिजनेस बना दिया है।

गहलोत सरकार पर शिक्षा की राजनीतिकरण

शर्मा ने गहलोत सरकार पर शिक्षा की राजनीतिकरण करने के आरोपों का भी खंडन किया। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष किया कि हम आपकी छद्म राष्ट्रभक्ति को समझते हैं, हमारे दिल में, हमारे खून में हिंदुस्तान जिन्दाबाद है और जिन्दाबाद रहेगा। ऐसा ही डॉयलॉग सनी देओल एक फिल्म में क्या बोल दिया आप लोगों ने उनको टिकट दे दिया। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में स्पोर्ट एकेडमी खोलने और प्रदेश में जल्द ही शारीरिक शिक्षक भर्ती करने की मांग की।

राज्य के महाविद्यालयों

भाजपा की किरण माहेश्वरी ने कहा कि केन्द्र में 10 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के साथ ही कालेजों में 25 प्रतिशत सीटे भी बढाई है। केन्द्रीय विश्वविद्यालयों ने तो ये सीटे बढा दी लेकिन राज्य के महाविद्यालयों में भी 25 प्रतिशत सीटे नही बढाई। इस वर्ष राजकीय कालेजों में फार्म जमा कराने की तिथि नहीं बढने के कारण हजारों छात्र छात्राए वंचित रह गए। अब उन्हे निजी महाविद्यालयों में जाना पड रहा है। प्रदेश के 26 विश्वविद्यालयों में से 11 में कुलपति ही नहीं है। पहली बार बजट में शिक्षा के लिए एक भी रुपया नही दिया गया है। उन्होंने सरकार पर यूजीसी के नियमों को ताक में रख कर कुलपति नियुक्त करने का आरोप भी लगाया।

कांग्रेस के अमित चाचाण ने शिक्षा में गुणवत्ता लाने की जरूरत पर जोर दिया।  उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नोहर के फुटबाल मैदान पर गौरव यात्रा के दौरान हैलीकॉप्टर उतारकर पूरे मैदान का नाश कर दिया।
भाजपा के राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारने की जरूरत बताते हुए कहा कि निजी स्कूलों की फीस पर अंकुश लगाने की महती आवश्यकता है। शिक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव करना चाहिए लेकिन ये बदलाव राजनीति के आधार पर करना गलत है। विश्वविद्यालयों में आरटीआई के तहत छात्र की उत्तर कॉपी पर 580 रुपए लेते है ये छात्रों के साथ अन्याय है छात्रों से आरटीआई मे 2 रुपए प्रति पेज के ही लेने चाहिए। निजी विश्वविद्यालयों पर अंकुश के लिए भी कमेटी बननी चाहिए।

 

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