जयपुर/ राजस्थान में कांग्रेसमें चल रहे इसकी जापान और घमासान तथा वाक युद्ध को लेकर कांग्रेस की बिगड़ रही छवि और हो रही किरकिरी को लेकर आलाकमान ने कल ही एक चेतावनी यस यू कहे धमकी भरा एक आदेश जारी किया था कि पार्टी के नेता और विधायक और मंत्री एक दूसरे के खिलाफ बयान बाजी करने से रूंके के नहीं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
लेकिन आलाकमान किस धमकी का असर गहलोत गुट के नेताओं पर नहीं पड़ा है और अभी भी वाक युद्ध या आरोप-प्रत्यारोप के बयानबाजी जारी हैं।
गहलोत गुट के आरटीडीसी चैयरमेन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हनुमान कहे जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ ने आलाकमान की इस चेतावनी के बाद भी कल ही खुलकर बयान बाजी की की पायलट खेमे के विधायक भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से एक होटल में मिले हैं।
इसका उन्होंने सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया राठौड़ ने आरोप लगाया कि पायलट खेमे के नेता और विधायक भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार गिराने पर आमदा है।
राठौड़ ने राजस्थान के प्रभारी और आलाकमान द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक अजय माकन पर भी सचिन पायलट का पक्ष लेने सहित कई गंभीर आरोप लगाए।
इससे पहले गहलोत सरकार के मंत्री गोविंद मेघवाल ने दो टूक शब्दों में बयान बाजी कर कहा था कि अगर गहलोत खेमे के अलावा किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो गहलोत खेमे के हम सभी विधायक सामूहिक इस्तीफा देंगे और यही नहीं हम मध्यावधि चुनाव के लिए भी तैयार हैं।
इस बयान बाजी वॉक युद्ध के कारण राजस्थान कांग्रेस की देशभर में छवि खराब होने के साथ ही किरकिरी हो रही है चरम पर है।