जयपुर/ कांग्रेसमें अब राजस्थान सहित देश के चार राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को मध्य नजर रखते हुए पिछले महा प्रदेश के उदयपुर में पूरे कांग्रेसी राष्ट्रीय चिंतन और मंथन शिविर में लिए गए संगठन के निर्णयों को अब धरातल पर लागू करने का मानस बनाते हुए इसकी कवायद शुरू कर दी है और इसी के तहत अब संगठन में प्रदेश में हर संभाग में संभाग अध्यक्ष और संभागीय कार्यकारिणी होगी जो उस संभाग में आने वाले जिलों के जिला अध्यक्षों पर नजर रखेगी ।
यह संभाग अध्यक्ष पावरफुल होंगे अर्थात इनके पास शक्तियां होगी । संभाग के अध्यक्ष कौन होंगे कार्यकारिणी में कौन होगा क्या रहेगी कांग्रेस संगठन की यह नई बदलाव की कवायद आइए जानते हैं ।
कांग्रेस के नव संकल्प शिविर में संगठन में बदलाव को लेकर दिए गए सुझावों पर अब अमल होता नजर आ रहा है । कांग्रेस में मंडल अध्यक्ष की कवायद को अमलीजामा पहनाने के बाद अब संभागीय अध्यक्ष के नए पद को भी पार्टी में सृजन किया जा रहा है ।
अगर सब सही रहा तो इस बार संगठन चुनावों के जरिए राजस्थान को सात संभागीय अध्यक्ष मिलेंगे । हाल ही में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी संभागीय अध्यक्ष बनाए जाने के संकेत दिए थे। संभागीय अध्यक्ष जिला अध्यक्षों से ऊपर होंगे ।
कांग्रेस में जिलाध्यक्षों को संगठनात्मक लिहाज से सबसे पावरफुल फुल माना जाता है, लेकिन अब संगठन में बदलाव की कवायद के कारण अब संभागीय अध्यक्ष सबसे ज्यादा पावरफुल माने जाएंगे, क्योंकि जिलाध्यक्षों के ऊपर संभागीय अध्यक्ष बनाए जाएंगे और इस लिहाज से राजस्थान में 7 संभाग है तो 7 संभागीय अध्यक्ष बनाए जाएंगे ।
संभीगीय अध्यक्ष कौन होगा और कार्यकादिणी क्या होगी ?
संभागीय अध्यक्ष के पद पर वरिष्ठ और अनुभवी नेता को कमान दी जाएगी जिन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव हो साथ ही कम से कम दो बार विधायक भी रह चुके हैं। ऐसे नेताओं को संभागीय अध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बाद सबसे पावरफुल हो सकता है और इनका सीधा दखल जिलों में भी रहेगा । संभाग अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद सात संभागों की कार्यकारिणी का भी गठन होगा जिसमें वरिष्ठ, अनुभवी और युवा चेहरों को भी कार्यकारिणी में शामिल किया जाएगा ।
संगठन में संभागीय अध्यक्ष का पद सृजन करने को लेकर पार्टी का ही एक धड़ा अंदर खाने विरोध कर रहा है । पार्टी के असंतुष्ट खेमे का कहना है कि इससे जिलाध्यक्षों की पावर कम हो जाएगी लेकिन विरोध के बावजूद भी संभागीय अध्यक्ष का पद पार्टी में सृजित किया जा रहा है ।
प्रदेश प्रदेश कांग्रेस में पहली बार जिन सात संभागों में संभागीय अध्यक्षों की नियुक्ति होगी उनमें जयपुर, उदयपुर बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर और कोटा संभाग हैं । जयपुर संभाग अध्यक्ष 6 जिलों के ऊपर होगा । बताया जाता है कि जयपुर संभाग अध्यक्ष भी संगठन के लिहाज से 6 जिलों के ऊपर नियुक्त होंगे । नई घोषणाएं जल्द होगी ।