‘राज किसान साथी’ पोर्टल से किसानों को मिल रहा फायदा

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Jaipur /राकेश पारीक। किसानों को सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाएं और अनुदान में ब्यूरोक्रेसी की भूमिका बड़ी है। कई बार किसानों की शिकायते रहती है कि उनको मिलने वाली सहायता में देरी होती है। कई बार संबंधित अधिकारियों के मिलीभगत की खबरें भी आती है। लेकिन राजस्थान की गहलोत सरकार ने सभी लीकेज को खत्म करते हुए राज किसान साथी पोर्टल (Rajasthan Raj Kisan Sathi Portal) की शुरुआत की है।

किसानों को एक ही स्थान पर उनकी जरुरत के अनुसार आवेदन की सुविधा और सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए राज किसान साथी पोर्टल (Rajasthan Raj Kisan Sathi Portal) की शुरूआत हुई। जिसमें कृषि, बागवानी (Agriculture, Horticulture), कृषि विपणन (Agricultural marketing), पशुपालन और डेयरी विभाग (Department of Animal Husbandry and Dairying)को शामिल किया गया है। कृषि योजनाओं  (Agricultural schemes)का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन(Online Application) प्रक्रिया को सरल कर अब किसान खुद ही या ई- मित्र (e- mitra) के जरिए आवेदन कर सकता है।


राज किसान साथी पोर्टल पर जन आधार के माध्यम से आवेदन किया जाता है। आवेदक के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी से आवेदक की वास्तविकता सुनिश्चित हो जाती है। आवेदन से पहले के सभी निर्देश जिसमें पात्रता से लेकर आवश्यक दस्तावेज और अनुदान की प्रक्रिया और विवरण सभी इस पोर्टल पर उपलब्ध है।

राज किसान साथी पोर्टल पर फार्म सरल और बेहद छोटा है। ज्यादातर जानकारियां जन आधार कार्ड के जरिए मिल जाती है। सिर्फ जमाबंदी और नक्शा अपलोड करना पड़ता है। किसान की फोटो, बैंक खाता, पत्ता और अन्य विवरण जन आधार से स्वयं ही अपडेट हो जाता है। ऑनलाइन आवेदन के साथ ही संबंधित अधिकारी के आवेदन पहुंच जाता है।

ऑनलाइन ही फील्ड कार्मिक को भौतिक सत्यापन के लिए भेज दिया जाता है। फिल्ड कार्मिक ऑनलाइन ही ऐप के जरिए आगे कार्यालय में फाइल भेज देता है। संबंधित अधिकारी के डिजिटल साइन भी तत्काल हो जाते है। जिसको पहले महीना भर लग जाता था।

कई बार यहीं से फाइल आगे नहीं बढ़ती थी। सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऑनलाइन ही जनआधार से जुड़े खाते में भुगतान पहुंच जाता है। इस पोर्टल की खास बात यह है कि हर प्रक्रिया की जानकारी रजिस्टर्ड मोबाइल पर मिलती रहती है।

राज किसान साथी पोर्टल पर कृषि विभाग की सभी योजनाओं में अनुदान के लिए आवेदन किया जा सकता है। लाखों लोगों ने अब तक आवेदन किया है और किसानों को अनुदान की राशि सीधे खातों में पहुंची है। इसी तरह कृषि में अध्ययन कर रहे छात्र- छात्राओं को छात्रवृति के आवेदन भी इस राज किसान साथी पोर्टल पर किए जा सकते है।
कृषि प्रसंस्करण, व्यापार और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नई नीति जारी की है। ऐसे किसान और उद्यमी जो प्रसंस्कण इकाई लगाना चाहते है। कृषि उपज का व्यापार या निर्यात करना चाहते है। उनके लिए भी राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा है। अब जानकारी और आवेदन दोनों की सुविधा एक ही जगह राज किसान साथी पोर्टल पर मिलेगी।
जैविक खेती करने वाले किसानों को उनकी उपज का खरीददार ढूंढने की होने वाली परेशानी भी यहां खत्म हो जाती है। अब जैविक खेती करने वाले किसान और जैविक उपज के व्यापारी का संगम राज किसान साथी पोर्टल के तहत विकसित जैविक क्रेता- विक्रेता मोबाइल ऐप के जरिए संभव हो पाया है। दोनों आपस में तय कर जैविक उपज की बिक्री और खरीद कर सकते है।

राज किसान साथी पोर्टल पर योजनाओं के साथ ही कृषि यंत्र किराया केंद्र, कृषि उपज मंडी, गोदाम, बीज विधायन केंद्र, मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला समेत कई जानकारियां उपलब्ध है। किसान इन सभी का फायदा ले रहे है।

Rajasthan Raj Kisan Sathi Portal Highlights

पोर्टल का नाम राज किसान साथी पोर्टल

इनके द्वारा शुरू किया जायेगा राजस्थान सरकार द्वारा

लाभार्थी राज्य के किसान

उद्देश्य सरकारी योजनाओ का लाभ प्रदान करना

वेबसाइट अभी लॉन्च नहीं की गयी

Rajasthan Raj Kisan Sathi Portal के लाभ

1.इस ऑनलाइन पोर्टल का लाभ राजस्थान की किसानो और पशुपालको को प्रदान किया जायेगा।
राज्य के किसान इस ऑनलाइन पोर्टल पर सरकारी योजनाओं और खेती से सम्बन्धित हर जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।

2.राज किसान साथी’ पोर्टल पर कृषि के साथ ही सम्बन्धित विभागों की सभी जानकारियां भी एक ही जगह ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इनमें उद्यान विभाग, कृषि विपणन विभाग, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग, मत्स्य पालन विभाग, राज्य बीज निगम और जैविक प्रमाणीकरण संस्था को शामिल किया गया है।

3.इस ऑनलाइन पोर्टल के शुरू होने से विभागों के कामकाज में भी इससे पारदर्शिता आएगी।

4.इसके शुरू होने के बाद, किसान एक स्थान पर विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन कर सकेंगे।

5.एक स्थान पर राजस्थान के किसानों लगभग 150 ऐप विकसित किए जाएंगे ।

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