वानी प्रोजेक्ट के तहत रूबरू कार्यक्रम आयोजित | Program organized under Wani Project

टोंक। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के नवाचार वानी प्रोजेक्ट के तहत गुरुवार को पंचायत समिति टोडारायसिंह के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेडुलिया खुर्द में रूबरू कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उपखण्ड अधिकारी रूबी अंसार ने कहा कि जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की कक्षा 9 से 12वीं तक की बालिकाओं में आत्मविश्वास एवं व्यक्तित्व निर्माण के लिए यह एक अनूठी पहल है।

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उन्होंने कहा कि इस पहल से बालिकाओं के जीवन को एक नई दिशा मिल सकेगी। वह अपनी बात बिना किसी झिझक एवं संकोच के कह सकेंगी। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी ने बालिकाओं को कैरियर निर्माण को लेकर सजग रहने के लिए प्रेरित किया।

इस दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कंवरावास की प्रधानाचार्य रेणु मंगल, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खरेड़ा की प्रधानाचार्य टीना हाड़ा सहित शिवराज कुर्मी, रामदेव जाट, भंवर लाल मीणा भी मौजूद रहे।

स्वच्छ भारत कार्यक्रम 1 से 31 अक्टूबर तक

टोंक । भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक स्वच्छ भारत कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए जिला युवा अधिकारी, नेहरू युवा केन्द्र को अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त कर निर्देशित किया है कि वह सभी विभागों से समन्वय एवं उचित सहयोग स्थापित कर उक्त अभियान को सफल बनावे।

प्रशासन की सजगता से लंपी बीमारी नियंत्रण में

टोंक। जिला प्रशासन की मुस्तैदी तथा पशुपालन विभाग की त्वरित कार्यवाही, व्यापक प्रचार-प्रसार से लगभग 1 लाख 50 हजार गौवंश को संक्रमित होने से बचाया है तथा अब संक्रमण लगातार घटता जा रहा है तथा मृत गौवंश पर भी अंकुश लगाया जा सका है। पशुपालन विभाग टोंक के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक कुमार पांडेय ने बताया की, 20वीं पशुगणना के अनुसार टोंक जिले में कुल 1 लाख 71 हजार गौवंश है अब तक कुल 26 हजार संक्रमित गौवंश है।

औषधियों की मांग को देखते हुए त्वरित 20 लाख की औषधियां सीएमआरएफ फण्ड से खरीद कर पूरे जिले में सप्लाई की तथा विभाग की प्रत्येक संस्था पर औषधियां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्रशासन द्वारा सभी तहसीलों पर प्रभावी उपचार तथा प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए वाहन उपलब्ध करवाया गया है। जिससे पशुओं के उपचार में गति मिली है। विभाग द्वारा भी अब तक लगभग 13 लाख की औषधियां सप्लाई की जा चुकी है।

प्रशासन के आदेशानुसार सरस दुग्ध उत्पादक समिति द्वारा 2 लाख 5 हजार गोट पॉक्स के टीके विभाग को उपलब्ध करवाए गए है। टीके उपलब्ध होते ही विभाग ने तत्परता से गोट पॉक्स का टीकाकरण कार्य शुरू किया तथा आज मात्र 4 दिवस में 20000 टीके लगाए जा चुके है।

जिले में संक्रमित गौवंश की संख्या मात्र 18 रह गई जो कि गत दिनों में हजारों में थी तथा मृत गौवंश की संख्या 9 रह गयी है। विभाग द्वारा प्रभावी उपचार से संक्रमित 26 हजार गौवंश में से अब तक 19948 गौवंश ठीक भी हो चुका है।

टोंक जिला प्रशासन की मुस्तैदी के कारण अन्य जिले जैसे अजमेर नागौर आदि में संक्रमण लाखों में होने के बावजूद, टोंक जिले ने संक्रमण पर काफी हद तक काबू पा लिया है। जल्द ही टोंक जिला लंपी संक्रमण से मुक्त होगा।