मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम
जोधपुर
चोरी के मामले में पाली कारागृह में बंद कैदी की गत एक जुलाई को अचानक तबीयत बिगड़ गई। बाद में उसे जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल मेें रैफर किया गया। इस कै दी की उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजन पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। गुरुवार को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। जोधपुर सीजीएम ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस लाइन पाली में तैनात
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में पुलिस लाइन पाली में तैनात और इस कैदी की सुरक्षा में लगे हैड कांस्टेबल भरतप्रकाश ने मर्ग की रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि मूलत: सिरयारी थाना क्षेत्र के फुलाद और हाल राजश्री स्कूल के पास ट्रांसपोर्ट नगर पाली में रहने वाले महेन्द्र सिंह रावत को गुरुकुल विज्ञान आश्रम में चोरी के आरोप में पाली की ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके साथ ही पुलिस ने जगदंबा कॉलोनी निवासी प्रकाश, उतवण निवासी नारायणलाल, नया गांव चौराहा निवासी नेमाराम, सोढ़ों की ढाणी निवासी राकेश को भी गिरफ्तार किया था।
उसको बाद में अदालत में पेश किया जहां से उसको जेल भेज दिया गया था। एक जुलाई को जेल में तबीयत बिगडऩे पर पहले उसको पाली के बांगड़ अस्पताल और वहां से रैफर करने पर एमडीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने इलाज के समय दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों ने टीपी नगर थाना प्रभारी लता बेगड़ और मामले के जांच अधिकारी हैड कांस्टेबल ओमप्रकाश चौधरी पर पुलिस अभिरक्षा में महेंद्र से मारपीट करने का आरोप लगाया हैं।